गौरतलब है कि अंकित दास पूर्व केंद्रीय सांसद और पूर्व केंद्रीय मंत्री अखिलेश दास के भतीजे हैं। अखिलेश दास 18 साल तक राज्यसभा के सांसद रहे थे। मनमोहन सरकार में में अखिलेश दास इस्पात मंत्री बनाए गए थे। अप्रैल 2017 में हार्ट अटैक से उनकी मौत हो गई थी। लखीमपुर खीरी में तीन अक्टूबर को हुई हिंसा में चार किसान समेत आठ लोगों की मौत हो गई थी। इस हिंसा में मुख्य तौर से केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा के आशीष मिश्रा का नाम सामने आ रहा है। आशीष मिश्रा के खिलाफ हत्या का केस भी दर्ज किया गया है।
रिमांड पर आशीष मिश्रा मोनू, पुलिस कर रही है पूछताछ मामले के मुख्य आरोपित आशीष मिश्र मोनू तीन दिन की पुलिस रिमांड पर भेजे गए हैं। पुलिस जिला कारागार से आशीष मिश्रा मोनू को रिमांड पर लेकर पुलिस लाइन में बने क्राइम ब्रांच के दफ्तर में पहुंची है। लखीमपुर खीरी हिंसा कांड के मुख्य आरोपित केंद्रीय मंत्री के बेटे आशीष मिश्र को एसआईटी ने रिमांड पर लेकर पूछताछ शुरू कर दी है। एसआईटी प्रभारी डीआइजी उपेंद्र अग्रवाल व उनकी आठ सदस्यीय टीम ने उन सभी सवालों के जवाब जानने की कोशिश की जो उन्होंने 12 घंटे की पूछताछ में पुलिस को नहीं दिए।
मृत किसानों की अंतिम अरदास में शामिल होने प्रियंका हिंसा के दौरान मारे गए किसानों की आत्मा की शांति के लिए मंगलवार को अंतिम अरदास (श्रद्धांजलि सभा) कार्यक्रम रखा गया। कांग्रेस की महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा मंगलवार को लखनऊ से पहुंची। किसान नेताओं ने इसके साथ ही चेतावनी भी दी है कि वह राजनेताओं को अपना मंच साझा नहीं करने देंगे। उधर, राष्ट्रीय लोकदल के अयक्ष जयंत चौधरी भी तिकुनिया पहुंचे। जयंत किसानों की आत्मा की शांति के लिए अंतिम अरदास कार्यक्रम में शामिल हुए। जयंत चौधरी को भी मंच पर जगह नहीं दी गई। लखीमपुर खीरी में मंगलवार की सुबह कड़ी सुरक्षा में किसानों की अंतिम अरदास शुरू हो गई। हजारों की संख्या में किसानों का आना भी शुरू हो गया। संयुक्त किसान मोर्चा के तत्वावधान में आयोजित की गई इस अंतिम अरदास में मंच पर दीवान हाल सजाया गया और दिवंगत किसानों की आत्मा की शांति के लिए पाठ व प्रार्थना की गई। लखीमपुर खीरी कांड में मारे गए किसानों के परिवारीजन भी इस अंतिम अरदास में मौजूद रहे।