सात साल में लिया था सन्यास लखीमपुर खीरी से करीब छह किलोमीटर दूर विकासखंड पिपरा का एक गांव करमचंद है। यहां गांव किनारे श्यामतीर्थ नाम का मंदिर है। यहां बाबा डेढ़ साल से रह रहे हठ योगी श्रीश्री 108 बाबा लखनदास ने आग के बीच बैठकर तपस्या शुरू की। बाबा लखनदास पूर्वांचल के जिला देवरिया के ग्राम दुदौली के निवासी हैं। जिन्होंने महज सात साल की उम्र में लखीमपुर के सिद्ध योगी देवरहा बाबा से सन्यास लिया था। 42 डिग्री टेम्प्रेचर में तपती धूप और खुले आसमान के नीचे बैठकर बाबा लखन दास ने भीषण गर्मी से राहत के लिए अपने चारों ओर आग जलाकर तप करना शुरू कर दिया।। खुले आसमान के नीचे आग जलाकर तप कर रहे साधु की खबर जब आसपास के लोगों को मिली, तो वो उन्हें देखने के लिए पहुंच गए।
हर साल करते हैं तप बाबा लखन दास ने यह तप पहली बार नहीं किया। वे हर साल जून में एक हफ्ते तक अपने चारों ओर आग जलाकर तपस्या करते हैं। ये उनका 35वां आयोजन है। अगले वर्ष 36वां और अंतिम आयोजन होगा। बाबा लखन दास एक घंटे तक तप करते हैं, जिसमें 384 कंडे जलाए जाते हैं।