चुनावी सामान वाले वाहन होंगे चेक कार्यालय पर सहयोग के रूप में कुर्सियां डलवा देना, कार्यकर्ताओं के लिए नाश्ते की व्यवस्था करना भी प्रत्याशी पर भारी पड़ सकता है। प्रत्याशी सहयोग के रूप में इस्तेमाल की जाने वाली सामग्री का खर्च प्रत्याशी के चुनाव खर्च में जुड़ेगा। इतना ही नहीं समय-समय पर प्रत्याशी और चुनाव सामिग्री वाले वाहनों को भी चेक किया जायेगा। साथ ही सरकारी कार्य में लगे वाहन भी चेक किये जाएंगे। पहले चुनाव कार्य में लगे वाहनों पर स्टीकर देख कर उनकी तलाशी नही होती थी।
खीरी लोकसभा के साथ होंगे निघासन उपचुनाव जिले की निघासन विधानसभा से विधायक रामकुमार वर्मा की आकस्मिक मृत्यु के कारण निघासन सीट रिक्त हुई थी। इस सीट पर सभी दल की नजर है। सभी दलों के दावेदार क्षेत्र में जनसंपर्क करने में जुटे हैं। जैसे ही चुनाव आयोग द्वारा चुनाव की तारीख तय की गई, वैसे ही यहां उपचुनाव को लेकर सरगर्मियां भी तेज हो गई।