कपिल सिब्बल ने ट्वीट करते हुए लिखा है कि यह, ‘दुर्भाग्यपूर्ण है कि जितिन प्रसाद को उत्तर प्रदेश में आधिकारिक तौर पर निशाना बनाया जा रहा है। कांग्रेस को अपनी ही पार्टी के नेताओं को निशाना बनाने में एनर्जी खत्म करने के बजाय बीजेपी पर सर्जिकल स्ट्राइक की तरह टारगेट करने की जरुरत है।’ चि_ी पर जिन लोगों के दस्तखत थे, उनमें से एक कपिल सिब्बल भी हैं। मनमोहन सरकार में मंत्री रह चुके मनीष तिवारी ने कपिल सिब्बल के ट्वीट पर एक शब्द लिखा- प्रेसिएंट (भविष्य ज्ञानी) चि_ी लिखने वालों में मनीष तिवारी का भी नाम है।
सोनिया को भेजा प्रस्ताव
उत्तर प्रदेश कांग्रेस की लखीमपुर खीरी इकाई ने सोनिया गांधी को नामित करते हुए एक प्रस्ताव रखा है। उन्होंने जितिन प्रसाद पर कार्रवाई की मांग की है। इतना ही नहीं, उन्होंने चि_ी लिखने वाले सभी नेताओं के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। प्रस्ताव में लिखा है, ‘पत्र पर हस्ताक्षर करने वाले उत्तर प्रदेश के जितिन प्रसाद एकमात्र व्यक्ति हैं। उनका पारिवारिक इतिहास गांधी परिवार के खिलाफ रहा है और उनके पिता स्वर्गीय जितेंद्र प्रसाद ने सोनिया गांधी के खिलाफ चुनाव लड़कर इसे साबित किया था। इसके बावजूद सोनिया गांधी ने जितिन प्रसाद को लोकसभा का टिकट दिया और मंत्री बनाया। आगे लिखा है, ‘उन्होंने जो किया वह घोर अनुशासनहीनता है और जिला कांग्रेस कमेटी उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई चाहती है और उनके कार्यों की निंदा करती है।
उत्तर प्रदेश कांग्रेस की लखीमपुर खीरी इकाई ने सोनिया गांधी को नामित करते हुए एक प्रस्ताव रखा है। उन्होंने जितिन प्रसाद पर कार्रवाई की मांग की है। इतना ही नहीं, उन्होंने चि_ी लिखने वाले सभी नेताओं के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। प्रस्ताव में लिखा है, ‘पत्र पर हस्ताक्षर करने वाले उत्तर प्रदेश के जितिन प्रसाद एकमात्र व्यक्ति हैं। उनका पारिवारिक इतिहास गांधी परिवार के खिलाफ रहा है और उनके पिता स्वर्गीय जितेंद्र प्रसाद ने सोनिया गांधी के खिलाफ चुनाव लड़कर इसे साबित किया था। इसके बावजूद सोनिया गांधी ने जितिन प्रसाद को लोकसभा का टिकट दिया और मंत्री बनाया। आगे लिखा है, ‘उन्होंने जो किया वह घोर अनुशासनहीनता है और जिला कांग्रेस कमेटी उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई चाहती है और उनके कार्यों की निंदा करती है।
23 बागियों को कांग्रेस से निकालो
लखीमपुर-खीरी जिले की कांग्रेस कमेटी ने आपात बैठक बुलाई और एक के बाद एक उन सभी 23 कांग्रेस नेताओं के खिलाफ प्रस्ताव पास कर दिए, जिन्होंने चिट्ठी पर हस्ताक्षर किए थे। जिला कांग्रेस कमेटी ने इन नेताओं को पार्टी से निकाले जाने की भी मांग की। पांच बिंदुओं पर आधारित इन प्रस्तावों को मंजूरी मिलने के बाद कांग्रेस की कार्यकारी अध्यक्ष सोनिया गांधी के पास भेजा गया है। लखीमपुर-खीरी जिला कांग्रेस अध्यक्ष प्रहलाद पटेल ने कहा कि जिला कार्यकारी कमेटी को यही लगा कि हमें इसे ऑल इंडिया कांग्रेस कमेटी को लिखित में भेजने के लिए कहा गया था। वहीं जितिन प्रसाद ने इस प्रस्ताव पर कुछ भी बोलने से इनकार कर दिया।
लखीमपुर-खीरी जिले की कांग्रेस कमेटी ने आपात बैठक बुलाई और एक के बाद एक उन सभी 23 कांग्रेस नेताओं के खिलाफ प्रस्ताव पास कर दिए, जिन्होंने चिट्ठी पर हस्ताक्षर किए थे। जिला कांग्रेस कमेटी ने इन नेताओं को पार्टी से निकाले जाने की भी मांग की। पांच बिंदुओं पर आधारित इन प्रस्तावों को मंजूरी मिलने के बाद कांग्रेस की कार्यकारी अध्यक्ष सोनिया गांधी के पास भेजा गया है। लखीमपुर-खीरी जिला कांग्रेस अध्यक्ष प्रहलाद पटेल ने कहा कि जिला कार्यकारी कमेटी को यही लगा कि हमें इसे ऑल इंडिया कांग्रेस कमेटी को लिखित में भेजने के लिए कहा गया था। वहीं जितिन प्रसाद ने इस प्रस्ताव पर कुछ भी बोलने से इनकार कर दिया।