इंडोनेपाल से सटे संपूर्णानगर के इंद्रानगर गांव में उस वक्त अफरा तफरी मच गई। जब एक विशालकाय मगरमच्छ आबादी में घूमता दिखा। ग्रामीणों में दहशत का माहौल बन गया। अनन-फनन में ग्रामीणों ने वनविभाग को सूचना दी। मौके पर पहुंची वनविभाग की टीम ने ग्रामीणों की भीड़ को मगरमच्छ से दूर जाने को कहा और फिर शुरू हुआ मगर मच्छ को पकड़ने का रेस्क्यू । दो घंटे की कड़ी मश्क्कत के बाद मगरमच्छ पर वनविभाग की टीम ने काबू पाने के बाद राहत की सांस ली ।
अब बड़ा सवाल यह खड़ा हो गया कि आखिर यह मगरमच्छ आया कहां से कही यह बाढ़ का हिस्सा तो नहीं। नदियों में बढ़े जलस्तर से दूसरे जनपदों से खीरी जिले तक का सफर तय करने वाले मगर मगरमच्छ अब आबादी का रुख करने लगे हैं । अभी पिछले तीन दिन पहले शहर के एक पॉश इलाके में भी मगरमच्छ को पकड़ कर कंडवा नदी में छोड़ा गया था । अब संपूर्णानगर के आस पास के गांव में मगरमच्छ का खतरा लगातार बढ़ता जा रहा है । सम्पूर्णानगर वन रेंज में इंद्रानगर गांव में एक विशालकाय मगरमच्छ को पकड़ने के बाद वनविभाग की टीम ने मगरमच्छ को पकड़कर इंडोनेपाल बॉर्डर से जुड़ी हजारा नदी में छोड़ दिया ।