जानकारी के अनुसार फूलबेहड़ क्षेत्र के लौकिहा ग्राम में गाँव के ही रामकिशन अपने घर के पीछे मछली पालन के लिये तालाब खुदवा रहे थे। और रात में जब रामकिशन अपने तालाब को देखने पहुँचे, तो उसे संदेह हुआ कि तालाब के किनारे शायद कोई जानवर है। जब उसने टार्च लगाई तो मगरमच्छ तालाब में भाग गया। सुबह रामकिशन ने ग्रामीणों को इसके बारे में बताया, तो ग्रमीण उसको देखने पहुँचे।
देखते ही देखते इस घटना को लेकर पूरे गांव में हड़कंप मचा रहा। मगरमछ देखे जाने के बाद ग्रामीणों ने तत्काल पुलिस और वन विभाग की टीम को सूचना दी। सूचना देने के काफी देर बाद तक जब कोई नहीं पहुंचा, तो ग्रामीणों ने खुद ही इसके बाद मगरमच्छ को पकड़ने का फैसला किया। ग्रामीणों द्वारा मगरमच्छ को पकड़ने के दौरान मगरमच्छ ने कई बार ग्रामीणों पर हमला भी किया, लेकिन ग्रामीणों ने हार नहीं मानी और रामकिशन ने गांव वालों की मदद से बड़ी मुश्किल के बाद वन विभाग की टीम के आने से पहले ही मगरमच्छ को पकड़ लिया और गांव में लगे पेड़ से उसे बांध दिया।
मगरमच्छ के पकड़े जाने के बाद उसे देखने के लिये गांव में लोगों का तांता लगा रहा। इसके बाद ग्रामीणों ने इसकी सूचना पुलिस और वन विभाग की टीम को दी। सूचना पर पहुंची पुलिस और डिप्टी रेंजर कुलदीप सिंह व वाचर अकरम ने मगरमच्छ को पकड़ कर इन्दिरा मनोरंजन पार्क में उसे छोड़ने के लिए लेकर चले गए। कुलदीप सिंह ने बताया कि इस मगरमच्छ को पार्क के पास नदी में छोड़ दिया जाएगा।