इस बार चुनाव आयोग पड़ेगा भारी आगामी लोकसभ चुनाव जैसे-जैसे नजदीक आते जा रहे हैं, वैसे-वैसे प्रशासन की तरफ से तैयारियां भी पुख्ता की जा रही हैं। वैसे इस बार के लोकसभा चुनाव में आयोग भारी पड़ सकता है। क्योंकि व्हाट्सएप्प, एसएमएस से चुनाव प्रचार को लेकर भी गाइडलाइन जारी होने लगी है। इस बार लोकसभा चुनाव में प्रत्याशियों के लिए चुनाव आयोग ने चुनाव प्रचार का नियम लागू किया है। जिसके तहत प्रत्याशी रात 10 बजे से लेकर सुबह 6 बजे तक व्हाट्सएप, एसएमएस, स्पीकर के साथ डोर टू डोर कैंपेन नहीं कर सकेंगे। ऐसा करने पर उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया जा सकता है।
चुनाव आयोग का निर्देश चुनाव आयोग का निर्देश है कि इस तरह से चुनाव प्रचार के चलते आम जनजीवन प्रभावित होता है। जिसे कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। प्रत्याशियों पर चुनाव आयोग का शिकंजा आदर्श आचार संहिता के दौरान कसा जाएगा। अपर जिला अधिकारी अरुण कुमार सिंह ने बताया कि लोकसभा चुनाव को लेकर इस समय मतदाता पुनरीक्षण अभियान चलाया जा रहा है। रविवार को बूथों पर विशेष अभियान चलाकर मतदाताओं का पंजीकरण किया जा रहा है। आदर्श आचार संहिता लगने के बाद चुनाव प्रचार को लेकर आयोग द्वारा जारी किए गए निर्देशों का पालन कराया जाएगा।
23 को बूथों का निरक्षण करेंगे आयोग के अधिकारी संयुक्त मुख्य निर्वाचन अधिकारी अनिल कुमार सिंह 23 सितंबर यानी विशेष अभियान के दिन जिले में पोलिंग बूथों का भ्रमण करेंगे, जो कि स्थिति का जायजा लेंगे। साथ ही यह भी पता करेंगे कि चुनाव आयोग के निर्देशानुसार बीएलओ पर पदाभिहित अधिकारी बूथों पर पहुंच रहे हैं या नहीं, मतदाताओं के लिए बूथों पर अलग-अलग प्रारूपों में फार्म है और उन्हें किस तरह भरवाया जा रहा है। अधिकारियों ने बताया कि फार्म की संख्या और उनके प्रकार संबंधित सूची बूथों पर चस्पा की जाएगी।