किसानों ने प्रशासन पर परेशान करने का आरोप लगाते हुए समिति में बैठक की। इसमे किसानों ने इन दोनों मुद्दों पर गहनता से बात की। इसके बाद विरोध प्रदर्शन व नारेबाजी करते हुए सभी किसान जुलूस निकालकर तहसील पहुंचे। तहसील में एसडीएम पूजा यादव को ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में कहा गया कि अगर किसान खेतों में पराली नहीं जलाता है, तो कई ऐसे किसान हैं। जिनके यहां भारी मात्रा में पतई निकलती है वह इसको कहां रखेंगें। किसानों का कहना है कि जुर्माना के नाम पर किसानों को थाने में बैठा दिया जाता है। बकाया राजस्व वसूली के नाम पर किसानों को हड़काया जाता है। अगर ऐसा ही है तो गन्ना भुगतान कराएं जिसके बाद बकाया बैंकों का रूपया दिया जा सके। गन्ना भुगतान न होने के बाद भी बैंक मनमाने ढंग से आरसी काट तहसील प्रशासन को दे रही है और तहसील प्रशासन बेवजह किसानों को परेशान कर रहा है। एसडीएम से किसानों ने पराली जलाने के नाम पर किसानों को बेवजह परेशान न करने के साथ ही बकाया गन्ना भुगतान कराए जाने की मांग की है।