इस मकसद से शुरू हुआ फेज टू फेस वन के अधिकांश एक ही नर गैंडे बाके की संतान माने जाते हैं। ऐसे में अगर अनुवांशिक प्रदूषण फैलता है तो सभी का उस से ग्रसित होना तय था। ऐसे में दुधवा में गैंडा का खात्मा भी होने की आशंका थी। सालों पहले इसी की वजह से गैंडा पुनर्वास योजना का फेस 2 शुरू करने का निर्णय लिया गया था। जानकारों के मुताबिक गैंडा को दलदली इलाका काफी पसंद होता है। इसी को लेकर पार्क प्रशासन फेस-2 को लेकर अपनी खोज चालू कि जो विलराया के भादी ताल इलाके में आकर पूरी हुई। स्थान मिलने के बाद उन्हें सुरक्षा के मद्देनजर अब उन्हें तार फैचिसिंग से लैस कराया गया।
केवल 4 गैंडा ही शिफ्ट शूटिंग किए जाएंगे
गैंडो के नए आशियाने के लिए टीम ने 4 गैंडा को चिन्हित किया है। जो सभी खास है। पहली बात उनकी आयु ऐसी है। कि वह आसानी से साथी बन कर प्रजनन कर सकेंगे। दूसरा सभी अलग-अलग माता की संताने हैं। पहले चरण में केवल गैंडे ही शिफ्ट किए जायेगे।