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शैक्षिक महासंघ ने कहा प्रेरणाा एप चलाना है तो टीचरों को एंड्रॉयड फोन और टैबलेट दे सरकार

locationलखीमपुर खेरीPublished: Sep 04, 2019 02:48:45 pm

Submitted by:

Neeraj Patel

राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ की इकाई के द्वारा प्रेरणा एप में संशोधन के लिए बेसिक शिक्षा मंत्री डॉ. सतीश द्विवेदी को संबोधित ज्ञापन जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी को सौंपा गया।

शैक्षिक महासंघ ने कहा प्रेरणाा एप चलाना है तो टीचरों को एंड्रॉयड फोन और टैबलेट दे सरकार

शैक्षिक महासंघ ने कहा प्रेरणाा एप चलाना है तो टीचरों को एंड्रॉयड फोन और टैबलेट दे सरकार

लखीमपुर-खीरी. राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ की इकाई के द्वारा प्रेरणा एप में संशोधन के लिए बेसिक शिक्षा मंत्री डॉ. सतीश द्विवेदी को संबोधित ज्ञापन जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी को सौंपा गया। ज्ञापन में उन्होंने कहा कि प्रेरणा एप समन्वित निगरानी प्रणाली के माध्यम से बेसिक शिक्षा विभाग उत्तर प्रदेश द्वारा उत्तर प्रदेश बेसिक शिक्षा परिषद के प्राथमिक विद्यालयों/उच्च प्राथमिक विद्यालयों के शिक्षकों व विद्यालयों की समस्त गतिविधियों की निगरानी की व्यवस्था को आगामी 5 सितम्बर से सम्पूर्ण प्रदेश में लागू किया जाना है।

उक्त के संबंध में बेसिक शिक्षा विभाग के उच्चस्थ नीति निर्माता अधिकारियों व उनके संरक्षण में चलने वाले एनजीओ आधारित व्यवस्था के लिए सुनियोजित षड्यंत्र के तहत समाचार पत्रों/सोशल मीडिया पर इस प्रकार प्रचारित किया जा रहा है, कि बेसिक शिक्षा परिषद के विद्यालयों का शिक्षक सबसे अधिक भ्रष्ट, निकम्मा व कामचोर है। शिक्षकों के लिए विभागीय अधिकारियों द्वारा इस प्रकार के विशेषणों/अलंकरणों का प्रयोग किया जा रहा है, जिससे संपूर्ण शिक्षक समाज स्वयं को अपमानित एवं ठगा महसूस कर रहा है। जबकि परिषदीय विद्यालयों का शिक्षक विषम परिस्थितियों में भी राज्य व केंद्रीय सरकार के शैक्षणिक व गैर शैक्षणिक कार्यों का निष्पादन पूरी निष्ठा व ईमानदारी से करता है।

एंड्रॉयड फोन/टैबलेट दे सरकार

प्रेरणा एप के माध्यम से बेसिक शिक्षा में सुधार की आशा की किरण दिख रही है, तो सभी कार्यों के करने तथा नकारात्मक परिदृश्य के बावजूद राष्ट्र निर्माण के प्रति संकल्पित शिक्षक बेसिक शिक्षा के उत्थान हेतु किसी भी अग्निपरीक्षा से गुजरने के लिए तैयार है। किंतु शिक्षक समुदाय की मूलभूत आवश्यकता एवं सामाजिक प्रतिष्ठा के उन्होंने शासन द्वारा प्रेरणा एप शुरू करने के पूर्व सभी विद्यालयों में एंड्रॉयड फोन/टैबलेट उपलब्ध कराए जाए। साथ ही साथ संबंधित फोन/टैबलेट के सुचारू संचालन हेतु आधारभूत संसाधन भी दिए जाए।

वहीं शिक्षकों की तैनाती यदि पद रिक्त हैं तो उनके निवास स्थान से 10 किलोमीटर की परिधि के विद्यालयों में अथवा निवास के विकासखंड में किया जाए। शिक्षकों की तैनाती उनके निवास के निकटस्थ विद्यालय में न होने तक प्रत्येक माह के पांच कार्य दिवस में न्यूनतम 30-30 मिनट की शिथिलता प्रदान की जाए। किसी भी प्राकृतिक आपदा अथवा मौसम की प्रतिकूल परिस्थिति में प्रेरणा एप से शिक्षकों को छूट दी जाए। मिडडे मील एवं अल्पाहार की व्यवस्था शिक्षकों द्वारा निष्पादित किए जाने से विद्यालय शिक्षा व्यवस्था प्रभावित होती है, अतः मिडडे मील हेतु पृथक प्रणाली विकसित की जाए।

शिक्षकों को ईएल की भी सुविधा दी जाए

एमडीएम सहित अन्य गैर शैक्षणिक कार्यों से मुक्त होने तक प्रधानाध्यापक को सप्ताह में तीन दिन एक-एक घंटे की छूट प्रदान की जाए। इसके अतिरिक्त प्रेरणा एप में शिक्षकों की आवश्यकताएं/समस्याओं यथा चिकित्सीय अवकाश, मातृत्व अवकाश, सीसीएल, वेतन एरियर भुगतान, विद्यालय में उत्पन्न तात्कालिक समस्या का निवारण तथा निलंबन सहित अन्य विभागीय कार्यवाही का नियत समय में निस्तारण की व्यवस्था जिलाधिकारी की अध्यक्षता में गठित समिति द्वारा की जाए। राजकीय शिक्षकों की भांति बेसिक शिक्षा परिषद के शिक्षकों को भी ईएल की सुविधा प्रदान की जाए। केंद्रीय विद्यालयों की भांति साप्ताहिक कार्य दिवस परिषदीय विद्यालयों में भी लागू किया जाए। विद्यालय की स्वच्छता के दृष्टिगत संबंधित ग्राम पंचायत के सफाई कर्मी की उपस्थिति प्रेरणा एप के माध्यम से ली जाए।

सहायक अध्यापकों की नियुक्ति की जाए

पर्यावरण संरक्षण (पेपरलेस सिस्टम) व डिजिटल इंडिया कार्यक्रम को बढ़ावा देने हेतु समस्त विभागीय सूचनाओं का आदान-प्रदान विभाग द्वारा एप के माध्यम से ही किया जाए। विद्यालय में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करने हेतु प्रधानाध्यापक सहित प्रत्येक कक्षा के लिए सहायक अध्यापकों की नियुक्ति की जाए। प्रेरणा के आधार पर शिक्षकों के विरुद्ध कोई भी कार्रवाई सक्षम अधिकारी द्वारा स्पष्टीकरण प्राप्त करने के पश्चात ही की जाए। प्रेरणा एप के अंतर्गत कार्यालय खंड शिक्षा अधिकारी एवं कार्यालय जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी को भी सम्मिलित किया जाए। शिक्षकों को गैर शैक्षणिक कार्यों से पृथक किया जाए।

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