स्वामी सारंग ने कहा कि, राष्ट्रीय किसान मंच मांग करता है कि, किसानों के नाम पर जो भी संगठन काम कर रहे हैं वह उनके सभी पदाधिकारियों कि जांच करे। आज कुछ लोगों ने भोले – भाले किसानों को बरगला कर अपनी दुकान चलाने के लिये संगठन बना लिए हैं, जबकि वास्तविकता यह है कि इन संगठनों का सरोकार किसानों से नही है, यह सिर्फ खुद के स्वार्थ और अपनी आजीविका के लिए इस तरह से संगठन बना कर अधिकारियों को रौब में लेते हैं। मंच के प्रदेश संगठन मंत्री वेद प्रकाश शास्त्री ने कहा कि, अगर यह वास्तव में किसानों के प्रति गंभीर होते तो आज किसान आत्महत्या नहीं कर रहे होते, जो ग्राम्य विकास अधिकारी मरा है वह भी हमारे किसान परिवार का है। हम सरकार से मांग करते हैं कि इस तरह के संगठनों पर प्रतिबंध लगाए और इनके पदाधिकारियों की सभी संम्पति की जांच की जाए इनके ऊपर कितने मुकदमे दर्ज हैं वह सब जांच कर इनके संगठित अपराध का पर्दाफाश कर इनकी दुकान बंद करवाई जाए। हम किसान भाइयों से भी अपील करते हैं कि वह जब भी किसी किसान संगठन से जुड़े तो पूरी जांच पड़ताल करके ही जुड़ें। इस तरह के संगठनों के कारण ही आज किसान छला जा रहा है और अपनी गाढ़ी कमाई का हिस्सा इन स्वार्थी संगठनों को चंदे के रूप में दे देता है।
वेद प्रकाश शास्त्री ने कहा कि सोमवार को राष्ट्रीय किसान मंच प्रदेश के अपर पुलिस महानिदेशक कानून व्यवस्था से मिलकर ज्ञापन भी देगा। इस अवसर पर ऋचा चतुर्वेदी, अनूप , आशीष , पंकज सक्सेना सहित मंच के कई पदाधिकारी मौजूद रहे।