वन अधिकारी मौके पर पहुंचे और प्रारंभिक जांच की। शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है और इलाके के स्थानीय गांवों के निवासियों को अकेले बाहर न निकलने के लिए कहा गया है।
इसके पहले भी हो चुकी हैं घटनाएँ लखीमपुर खीरी जिले में एक भाई ने अदम्य साहस दिखाते हुए अपने छोटे भाई को मौत के मुहं से निकाल लिया. दरअसल यह घटना उस समय घटी जब दो भाई दस वर्षीय राजकुमार और 22 वर्षीय सुरेश बेंत के खेत में काम कर रहे थे. उसी समय बाघ ने राजकुमार पर हमला कर दिया. जिसके बाद बड़े भाई सुरेश ने बाघ के जबड़े से राजकुमार को खींच कर बाहर निकाला लिया.
पीलीभीत में हमले से मिली लाश उत्तर प्रदेश के पीलीभीत से एक दर्दनाक घटना सामने आ चुकी है। जहां पर एक बाघ ने बाइक सवार तीन युवकों पर हमला कर किया था। जिसमें दो युवकों की मौके पर ही मौत, तीसरा बड़ी मुश्किल से अपनी जान बचाने में कामयाब रहा था। पुलिस ने दोनों शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है. बताया जा रहा है कि एक शव की हालत क्षत-विक्षत थी.
बहराइच में भी हो चुका है हमला कतर्नियाघाट वन्य जीव प्रभाग के कतर्नियाघाट रेंज अंतर्गत कटियारा बीट में किसान को बाघ ने हमला बोल कर मार डाला था। जो कि कटियारा बीट बाघ प्रभावित इलाका है। यहां अब तक बाघ आधा दर्जन लोगों को मौत के घाट उतार चुका है। बर्दिया गांव निवासी अवधराम (49) अपने बड़े भाई बुधराम व अपने बेटे अनिल के साथ नेपाल सीमा पर स्थित मसूर के खेत की रखवाली कर रहा था। सुबह 11 बजे बुधराम घर पर खाना लेने के लिए चला गया। तभी अचानक जंगल से निकलकर आए बाघ ने अकेला पाकर अवधराम पर हमला बोल दिया था। जिससे उसकी मृत्यु हो गई।