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खीरी क्षेत्र में बाढ़ और शिक्षा अहम मुद्दे, इन समस्याओं को दूर करना प्रत्याशियों के लिए बड़ी चुनौती

locationलखीमपुर खेरीPublished: Apr 24, 2019 03:50:19 pm

Submitted by:

Karishma Lalwani

– खीरी सीट पर कांग्रेस ने किया सबसे ज्यादा बार शासन
– बाढ़, स्वास्थ, शिक्षा हैं यहां के जरूरी मुद्दे
– इस सीट पर कुल मतदाता संख्या है 17,57,055

ग्राउंड रिपोर्ट

शिवज बाजपेयी

लखीमपुर खीरी. उत्तर प्रदेश की महत्वपूर्ण लोकसभा सीटों में से एक लखीमपुर खीरी सीट पर चौथे चरण में मतदान 29 अप्रैल होने हैं। समय कम होने की वजह से प्रत्याशी दिन रात एक कर पार्टी की नीतियों को बता कर चुनाव में विजय हासिल करने के जुगाड़ में है। इस सीट पर मौजूदा समय में भाजपा का कब्जा है लेकिन अगर इतिहास के पन्नों को देखें तो कांग्रेस ने यहां सबसे ज्यादा बार राज किया है। 2014 में मोदी लहर के चलते लखीमपुर की खीरी और धौरहरा दोनों ही लोकसभा सीटों पर भाजपा का परचम लहराया था। 2014 के चुनाव में मोदी लहर के आगे कई बड़े दिग्गज धरासाई हो गये थे। लेकिन इस बार मोदी मैजिक को धव्स्थ करने के लिये दोनों ही सीटो पर भाजपा को गठबंधन कड़ी चुनौती देने को तैयार है।
कब कौन जीता

1952- रामेश्वर प्रसाद नेवटिया कांग्रेस से

1957- कुंवर खुशवक्त राय प्रजातांत्रिक सोशलिस्ट पार्टी से

1962- बालगोविंद वर्मा कांग्रेस से

1967-71 तक कुंवर खुशवक्त राय प्रजातांत्रिक सोशलिस्ट पार्टी से
1977- सूरत बहादुर शाह 1980 में बालगोविंद वर्मा कांग्रेस से जीत हासिल की। शपथ ग्रहण से पूर्व उनका निधन हो गया। उसी वर्ष हुए उपचुनाव में कांग्रेस ने स्व. बाल गोविन्द वर्मा की पत्नी उषा वर्मा को चुनाव मैदान में उतारा और उषा वर्मा ने जीत हासिल की।
1984-89 तक उषा वर्मा कांग्रेस से

1991- गेंदन लाल कनौजिया भाजपा से

1996- गेंदनलाल कनौजिया भाजपा

1999- रवि वर्मा सपा से

2000- रवि वर्मा सपा से

2009- जफ़र अली नकवी कांग्रेस से
2014- अजय मिश्रा भाजपा से

लोकसभा चुनाव के प्रत्याशी

भाजपा- अजय मिश्र टेनी (मौजूदा सांसद)
गठबंधन- पूर्वी वर्मा (सपा)
कांग्रेस- पूर्व सांसद (जफर अली नकली)

खीरी सीट के प्रमुख मुद्दे

खीरी के अहम मुद्दे आवारा पशु, बाढ़, शिक्षा, स्वास्थ सेवाएं हैं। खीरी लोकसभा सीट का कुछ हिस्सा बाढ़ प्रभावित क्षेत्र में आता है। बाढ़ चलते हजारों लोग बेघर हो जाते है। यह मुद्दा भी प्रतियाशियों के सामने कड़ी चुनौती बनकर सामने खड़ा है। हालांकि, राजनीतिक दलों ने इन मुद्दों को अपने घोषणा पत्र में भी शामिल किया है।
कुल मतदाता-1757055

पुरुष-939949
महिला-8170067
थर्ड जेंडर-48
पोलिंग स्टेशन-1638
पोलिंग बूथ-2946
29 लोकसभा खीरी का जातीय समीकरण
मुसलमान- करीब 17 फीसदी
अनुसूचित जाति- 22 फीसदी
ब्राह्मण- करीब 14 फीसदी
क्षत्रिय- करीब 4 फीसदी
अन्य-जाति करीब 18 फीसदी

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