सुधा ने नगर पंचायत खीरी से निवर्तमान चेयरमैन फहीम अहमद की पत्नी उज्मा बी को महज 50 वोटों से हराकर ऐतिहासिक जीत दर्ज की। सुधा को जहां 3002 मत मिले तो वहीं उज्मा बी को 2952 वोटरों का समर्थन प्राप्त हुआ। पूर्व चेयरमैन उस्मानियां खातून को भी 2654 मत मिले। आम आदमी पार्टी की शगुफ्ता रजी को 464 और बसपा की जीनत को 289 मतों से ही संतोष करना पड़ा। यह पहला मौका होगा, जब खीरी नगर पंचायत की कुर्सी पर भाजपा का और गैर मुस्लिम विराज मान होगा। जब नवनिर्वाचित नगर पंचायत अध्यक्ष से जीत का कारण पूछा तो उन्होंने बताया कि ये जीत खीरी नगर पंचायत की जनता और मेरे पति की स्वच्छ छवि की है। यूपी में हमारी पार्टी की सरकार हैं। इस लिये कोशिश रहेंगी कि खीरी में ज्यादा से ज्यादा विकास कराया जा सके। जिससे लोगों में अपना विश्वास बना सके।
यहाँ भी सपा और भाजपा की थी करारी टक्कर
भले ही भाजपा की सुधा ने 50 मत ज्यादा पाकर अपनी जीत दर्ज करा ली हो, लेकिन समाजवादी पार्टी की प्रत्याशी उज्मा बी भी खीरी में अच्छा चुनाव लड़ी। कई राउंड उज्मा बी भी सुधा से आगे रही। इसके बाद आखिरी राउंड में सुधा सपा की उज्मा बी से 50 मत ज्यादा पाकर विजय हुई। और खीरी नगर पंचायत में पहली बार भाजपा का खाता खोला।
यहाँ भी सपा और भाजपा की थी करारी टक्कर
भले ही भाजपा की सुधा ने 50 मत ज्यादा पाकर अपनी जीत दर्ज करा ली हो, लेकिन समाजवादी पार्टी की प्रत्याशी उज्मा बी भी खीरी में अच्छा चुनाव लड़ी। कई राउंड उज्मा बी भी सुधा से आगे रही। इसके बाद आखिरी राउंड में सुधा सपा की उज्मा बी से 50 मत ज्यादा पाकर विजय हुई। और खीरी नगर पंचायत में पहली बार भाजपा का खाता खोला।