वहीं आज सुबह जब वो लखनऊ से निकलकर लखीमपुर खीरी जानें के लिए निकले तो उनके साथ काफी संख्या में एडवोकेट भी मौजूद थे। फिलहाल पुलिस अंकित को लेकर लखीमपुर खीरी के लिए निकल चुकी है। वहीं पहले से ही रिमांड पर चल रहे आशीष मिश्रा रिमांड 15 अक्टूबर को खत्म होगी।
किसानो को कुचलने वाली फ़ोरचूनर कार अंकित दास के नाम लखीमपुर में हुई हिंसा मामले में मुख्य तौर पर केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्रा टेनी के बेटे आशीष मिश्रा और उनके दोस्त अंकित पर नामजद आरोपी हैं। लखीमपुर हिंसा के दौरान किसानों को कुचलने वाली थार जीप के पीछे-पीछे चल रही फार्रच्यूनर अंकित दास के नाम रजिस्टर्ड बताई जा रही है। इस मामले में अभी तक संदीप फरार चल रहा है।
प्रियंका गांधी क्या चाहती हैं? लखीमपुर खीरी मामले में प्रियंका गांधी अभी तक केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा के इस्तीफे पर अड़ी हुई हैं। यही उनकी डिमांड है। जबकि सरकार ने अब तक इस मामले पर कुछ नहीं कहा है।
प्रियंका गांधी इस मामले को लेकर पहले दिन से हावी हैं। वहीं मारे गए किसानो के घर अरदास में भी वो लगातार 2 घंटे तक बैठी रहीं थीं। इसके एक दिन पहले ही वो लखनऊ की गांधी प्रतिमा पर मौन व्रत भी रख चुकी हैं। जिसमें उन्होने चुप रहकर सरकार का घेराव किया।