हम बात कर रहे है। शहर के प्रसिद्ध संकटा देवी मंदिर में सजा हुआ मां भगवती का भव्य पंडाल और स्थापित की गई अष्टभुजी प्रतिमा के समक्ष दिनभर भक्तों का पूजा पाठ का क्रम चला। देर रात के बाद से ही मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा का क्रम शुरू हो गया। मीरपुर के पंडित भगवती प्रसाद ने आकर मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा कराई। इस मौके पर आरती समिति के अध्यक्ष दुर्गा प्रसाद पांडे व अशोक कुमार मुख्य यजमान रहे।
भव्य पंडाल में मां दुर्गा की अष्टभुजी प्रतिमा के साथ भगवान गणेश व हनुमान की प्रतिमा भी स्थापित कराई गई। इसके बाद सुबह चार बजे से भक्तों के पूजा पाठ का क्रम जारी रहा। पूरे दिन भक्तों ने यह पंडाल में स्थापित मां दुर्गा की प्रतिमा के दर्शन किए। मुख्य मंदिर के परिसर में भी भक्त दुर्गा सप्तशती का पाठ करते दिखाई दिए।
उधर शीतला देवी मंदिर भुंइया माता मंदिर, संकटा देवी मंदिर समेत अनेक देवी मंदिरों में सुबह से शाम तक भक्तों की लंबी कतारें लगी रही और पूजा पाठ का क्रम जारी रहा। देर शाम तक आरती शंख और घंटा ध्वनि के स्वर सुनाई देते रहे। उधर आश्रम बाबा बंसी वाले पर वेदमाता गायत्री शक्तिपीठ पर नव दिवसीय अनुष्ठान शुरू हुआ।
जहां अखंड जप के लिए कलश स्थापना सूरज सिंह व हरिशंकर ने कराई इसके बाद पूरे दिन अखंड जप शुरू हो गया नवमी वाले दिन यहां पर पूर्ण आहुति होगी।