पत्रकारों से बात करते हुए उन्हांेने बताया कि भारतीय जनता पार्टी की सरकार देशवासियों से लगातार छल कर रही है। नोट बंदी में जहां देश व प्रदेश की जनता का शोषण हुआ, तो वहीं आरबीआई ने ही केंद्र सरकार के दावों की पोल खोल दी। कालेधन के नाम पर जनता द्वारा इस शोषण आरबीआई ने देश की बैंकों के पास 99 प्रतिशत भारतीय करैंसी बात खुद कबूली। ऐसे में यह सवाल उठता है कि वह कालाधान कहां है, जिसे मोदी सरकार लाने वाली थीं।
जीएसटी लागू कर व्यापारियों के शोषण पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि यही एनडीए कांग्रेस के शासन के दौरान जीएसटी का विरोध कर रही थी। खुद की सरकार आईं, तो 18 प्रतिशत वाले बिल को 28 प्रतिशत कर जनता के कंधो पर लाद दिया। जीएसटी लागू होने से व्यापारी परेशान हुए हैं। सरकार मनचाहे कानून बना रही है। जीएसटी ही एक ऐसा कानून है, पहले सरकार ने हर महीने रिर्टन दाखिल करने का दबाव बनाया। विरोध हुआ तो यह दायरा तीन महीने कर दिया गया। व्यापारियों को एकजुट करने के लिए समाजवादी पार्टी राष्ट्रीय अध्यक्ष
अखिलेश यादव के नेतृत्व में संघर्ष कर रही है। निकाय चुनाव में सपा भाजपा की जड़ों को उखाड़ फेकेंगी। क्योंकि व्यापारियों के साथ-साथ आम जनता भी अखिलेश सरकार की नीतियों की प्रशंसा कर रही है।
अखिलेश सरकार में जितने भी विकास कार्य कराए गए, उन विकास कार्यो को जांच के नाम पर रोका गया है। जिससे जनता को खासी दिक्कतें हुई है। जनता इन सब का जवाब निकाय चुनाव में देगी। इस दौरान जिलाध्यक्ष अनुराग पटेल, एमएलसी शशांक यादव, समाजसेवी मोहन बाजपेई व संजय गुप्ता उर्फ
कन्हैया सहित तमाम व्यापारी मौजूद रहे।