रेलवे ट्रैक और स्टेशन के दोनों ओर अतिक्रमण रेल अधिकारियों के मुताबिक 18 मार्च को सीतापुर से लखीमपुर के बीच सीआरसी ट्रायल का दावा किया जा रहा है। महकमे का पूरा फोकस लखीमपुर से गोलाव मैलानी तक अप्रैल में रेल चलाने है। लखीमपुर से गोला व मैलानी तक रेल ट्रैक का काम लगभग पूरा किया जा चुका है। जिस पर रेल पटरी पर चलने वाले वाहनों से सामान की ढुलाई का काम पांच से छह किलोमीटर के गति वाहनों से कराया भी जा रहा है, लेकिन धीमी रफ्तार से चल रहे रेलवे स्टेशन के कामों में ओवर ब्रिज आधा अधूरा है। वहीं स्टेशन पर पुलिस चौकी के अलावा तमाम यात्री सुविधाओं के कामों व रेलवे के कामकाज के कार्यालयों के निर्माण के नाम पर कुछ भी नहीं बन सका है। रेलवे ट्रैक व स्टेशन के दोनों ओर की सड़कें पूरी तरह से अतिक्रमण से जूझ रही हैँ।
फोकस लखीमपुर से मैलानी की तरफ 14 अक्टूबर, 2016 को गेज रेल सीतापुर से मैलानी के बीच आखिरी बार चली थी। इसके बाद शुरू हुए ब्रॉड गेज के आमान परिवर्तन की धीमी रफ्तार निर्माण के तयशुदा वर्ष गुजरने के बावजूद स्टेशन को पुनः रफ्तार में लाने में महकमा पिछड़ा रहा। हालांकि रेल अधिकारियों की मानें तो सीतापुर से लखीमपुर के बीच सीआरसी ट्रायल होने के बाद महकमे का पूरा फोकस लखीमपुर से मैलानी पर किया जाएगा। तथा शीघ्र ही तमाम निर्माण कार्य पूरा कर यात्री सुविधाओं को बहाल किए जाने का दावा किया जा रहा है।