scriptपुलिस ने पकड़ी नकली दूध बनाने की फैक्ट्री | Police caught adulterated milk factory | Patrika News

पुलिस ने पकड़ी नकली दूध बनाने की फैक्ट्री

locationलखीमपुर खेरीPublished: Sep 17, 2017 08:03:14 pm

Submitted by:

Ashish Pandey

पुलिस ने कई लोगों को लिया हिरासत में, बरेली निवासी मान सिंह को मुख्य आरोपी माना जा रहा है।

Fake Milk Factory

Fake Milk Factory

लखीमपुर-खीरी. त्यौहारों का सिलसिला शुरू होने वाला है और इससे पहले ही मिलावटखोर सक्रिय हो गए हैं। नकली दूध बनाने वाली एक दूध फैक्ट्री पर पुलिस की कार्रवाई तो इसी ओर इशारा करती है। यह नकली दूध केमिकल युक्त बताया जा रहा है जो स्वास्थ्य के लिए बेहद खतरनाक माना जाता है। ऐसे में इस फैक्ट्री का भंडाफोड़ पुलिस के लिए भले ही एक सफलता हो परंतु आम जनता के लिए यह चिंता का विषय है।
जानकारी के अनुसार कोतवाली सदर की चौकी महेवागंज लिलौटी मंदिर मोड़ पर पुलिस ने एक नकली दूध बनाने वाली फैक्ट्री पकड़ी। जहां पुलिस ने दो गाडिय़ां और दूध के कुछ कंटेनर बरामद किए हैं। साथ ही केमिकल, सर्फ, चिकनई के लिए घी सहित कई और रसायन मिलें हैं। इस दौरान पुलिस ने मौके से कई लोगों को हिरासत में लिया। जिसमें बरेली निवासी मान सिंह को मुख्य आरोपी माना जा रहा है। इसके साथ कई अन्य साथी भी पकड़े गए हंै।
फैक्ट्री के भंडाफोड़ होने के बाद फूड विभाग की टीम को बुलाया गया। जिसने दूध के सैंपल लिए हैं। इन सैंपलों को जांच के लिए भेजा जाएगा। पकड़े गए सभी आरोपी कोतवाली पुलिस के सुपुर्द कर दिए गए हैं। जहां उनसे पूछताछ जारी है। सूत्रों की मानें तो यह सफेद दूध का काला कारोबार लम्बे समय से फलफूल रहा था।
खाद्य एवं रसद विभाग की नजर में क्यों नहीं आई फैक्ट्री
पुलिस द्वारा पकड़ी गई नकली दूध बनाने की फैक्ट्री ने एक बात तो साफ कर दी है कि जिले भर में लोगों के स्वास्थ्य से खिलवाड़ करने वाली तमाम ऐसी फैक्ट्री संचालित है, पहले भी ऐसी फैक्ट्रियों का भंडाफोड़ हुआ है, लोगों के जीवन से खेलने वाले कारोबारियों पर खाद्य एवं रसद विभाग के अधिकारियों की नजर क्यों नहीं पड़ती। दर्जनभर से ज्यादा मामलें ऐसे हैं, जिनमें खाद्य विभाग की कार्रवाई संतोषजनक नहीं है। शायद यही कारण है कि ऐसे मामले जो लोगों के स्वास्थ्य से जुड़े हैं, लगातार सामने आ रहे हैं। इस पर खाद्य विभाग को सजग होना चाहिए, लेकिन पुलिस की इस कार्यवाही के बाद खाद्य विभाग के कार्य प्रणाली पर ही सवाल खड़े होने लगे हैं।
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो