शांतिनगर निवासी आदित्य प्रकाश अवस्थी के दो बेटे और एक बेटी थी। बड़ा बेटा नागेश्वर उर्फ गगन (38) बीए, छोटा बेटा विवेक (28) उर्फ छोटू बीकॉम और बेटी प्रीति (30) एमए (अर्थशास्त्र) से कर चुके थे। बड़े बेटे नागेश्वर को पीठ में कुछ परेशानी थी और उसका इलाज चल रहा था। विवेक लखनऊ में नौकरी करता था जबकि प्रीति प्राइवेट स्कूल में शिक्षक थी। सितंबर 2019 में इनकी मां मालता देवी की मौत हो गई थी। मां की मौत के बाद विवेक और प्रीति ने नौकरी छोड़ दी थी और घर पर ही रहने लगे थे। पड़ोसियों ने बताया कि तीनों बच्चे ज्यादा किसी से मिलते जुलते नहीं थे। मां की मौत के बाद उनका घर से निकलना भी लगभग बंद हो गया था। इस बीच उनके पिता आदित्य प्रकाश यूपी एग्रो में इंजीनियर पद से रिटायर हुए और वह भी घर पर रहने लगे। उनका भी किसी के घर पर आना जाना नहीं था।
सदर कोतवाली अजय कुमार मिश्रा के अनुसार, चारों का बाहरी दुनिया से मेल मिलाप बंद हो चुका था। न वे किसी के घर आते जाते थे, न कोई उनके घर आता था। पिता सहित तीनों बच्चों की हालत देख कर लग रहा था कि वे शरीर से काफी कमजोर हो चुके थे। इन सब बातों से अंदाजा लगाया जा सकता है कि तीनों बच्चे काफी समय से अवसाद में थे और अंत में उन्होंने अपनी जिंदगी खत्म कर दी।
तीनों बच्चों की मौत के बाद बुजुर्ग पिता अकेले
तीनों बच्चों की मौत के अब घर में बुजुर्ग पिता अकेले बचे हैं। पड़ोसियों ने ये भी बताया कि आत्महत्या से पहले शुक्रवार सुबह घर से झगड़े की आवाज आ रही थी। फील्ड यूनिट ने जुटाए साक्ष्य
प्रथम दृष्टया अवसाद से आत्महात्या माना जा रहा है। लेकिन मामले की जांच की जा रही है। सीओ सिटी विजय आनंद ने कहा कि मामले की जांच और पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद घटना की वजह साफ होगी। उधर,फील्ड यूनिट ने मौके पर कुछ साक्ष्य जुटाए हैं। टीम में शामिल एक्सपर्ट ने तख्त, दरवाजे, स्टूल और फर्श आदि पर मिले निशानों आदि के फारेंसिक साक्ष्य जुटाए हैं।