पंतनगर यूनिवर्सिटी के मौसम विज्ञान के विशेषज्ञ एचएस कुशवाहा ने जानकारी दी है। साथ ही उन्होंने यह भी संभावना जताई है कि इस महीने के शेष दिनों में बूंदाबांदी होती रहेगी। मौसम विज्ञानी के अनुसार साधारणतय सितंबर का महीना लगते ही मानसून के वापसी प्रक्रिया शुरू हो जाती है। 25 सितंबर के आस-पास तक मानसून पूरी तरह से ठंडा पड़ जाता है। मध्य प्रदेश के क्षेत्र में पश्चिमी विमोक का असर अधिक होने की वजह से यहां देर तक जमकर बारिश हुई थी। पिछले तीन दिनों से यहां विमोक राजस्थान की तरफ से चला गया है। यहां से लौटने के बाद मानसून पूरी तरह से खत्म हो जाएगा। मौसम विभाग के अनुसार मानसून की वापसी हमेशा राजस्थान की ओर से मानी जाती है। वहां से हल्की गर्म हवा धीरे धीरे उत्तर भारत के क्षेत्रफल में फैल कर गर्मी लाती है। सोमवार शाम को कई दिनों बाद पछुआ हवाएं चलना शुरू हुई है। पछुआ हवा चलने की वजह से सोमवार को दिन में गर्मी रही। जबकि रात में मौसम साफ होने की वजह से तापमान में कमी दर्ज की गई।
मौसम वैज्ञानिक बताते हैं कि ऐसे वायुमंडलीय दाब जो भूमध्य सागर के अलावा दूसरे महासागर से हवा के जरिए पानी लाकर बारिश का दबाव बनाता है। यह स्थिति हवा के कम दाब वाले दबाव वाले क्षेत्र में पैदा होती है। जिस जगह स्थिति बनती है वही बारिश की संभावना रहती है।