चौपाल में डा. सुभाष चंद्रा ने ग्रामवासियों को बताया कि लोकतंत्र की सफलता के लिए मतदान आवश्यक है। लोगों की जागरूकता और स्वस्थ मतदान देश को मजबूत बनाती है। हम सभी को सोंच-समझकर व्यक्तिगत स्वार्थों से ऊपर उठकर विकास के नाम पर ऐसे जन प्रतिनिधि को अपना मत देकर चुनाव करना चाहिए। जो आम आदमी के जीवन की बुनियादी आवश्यकताओं जैसे स्वास्थ्य, शिक्षा, रोजगार व आवागमन के लिए सड़कें, संचार व्यवस्था व कानून व्यवस्था आदि के प्रति संवेदनशील हो और विकास की मुख्य धारा में पीछे खड़े सबसे कमजोर व्यक्ति के जीवन के लिए मूलभूत आवश्यकताओं को पूरा कर सकने में ईमानदारी से कार्य करने वाला हों।
एनएसएस छात्र अभय प्रताप सिंह ने कहा कि महिलाएं जागरूक होकर स्वविवेक से मतदान करें। वे किसी व्यक्ति के दबाव या प्रलोभन में न आयें। ग्राम प्रधान प्रतिनिधि श्री विक्रम वर्मा ने कहा कि मनुष्य व सामाजिक व्यवस्था में बदलाव के लिए ईमानदार जनप्रतिनिधि के पक्ष में मतदान करना चाहिए। टैगोर इकाई के संरक्षक प्राचार्य डा. डीएन मालपानी ने डा. अजय आगा, डा. ज्योति पंत व डा. आकाश वार्ष्णेय के साथ जाकर शिविर स्थल का निरीक्षण किया और मतदाता जागरूकता चौपाल में उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि लोकतंत्र में मतदान करना प्रत्येक नागरिक का अधिकार होता है किन्तु साथ-साथ यह नैतिक कर्तव्य भी है। इसलिए भारत निर्वाचन आयोग के मतदाता जागरूकता अभियान में सहयोग देकर इसे सफल बनायें। मतदाता जागरूकता चौपाल में ग्राम प्रधान श्रीमती उर्मिला वर्मा, श्री बृजेश कुमार आचार्य, संतोष कुमार, रामबहादुर, गुड्डू वर्मा, सपना यादव, सीमा, राजू यादव व अनीश अली के साथ ही बड़ी संख्या में ग्रामवासी उपस्थित रहे।