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निकाय चुनाव 2017: टिकट के चक्कर में प्रत्याशियों की उड़ी नींद, वोटर भी कन्फ्यूज

locationलखीमपुर खेरीPublished: Oct 28, 2017 09:17:48 am

Submitted by:

Hariom Dwivedi

निकाय चुनाव की अधिसूचना जारी होने के बाद प्रत्याशी टिकट की आस में नेताओं की चौखट पर टेक रहे माथा

saharanpur
लखीमपुर-खीरी. निकाय चुनाव की अधिसूचना जारी होने के साथ ही अध्यक्ष पद के प्रत्याशियों की दिलों की धड़कनें और भी तेज हो गई। साथ ही तेज हो गई है पार्टी से टिकट पाने की जद्दोजहद। पिछले काफी दिनों से जो नेता जनता के बीच माहौल बना रहे थे, टिकट को लेकर उनकी चिंताएं बढ़ चली हैं, क्योंकि एक-एक टिकट पर पार्टी के लिए कई दावेदार हैं। लेकिन अभी तक पार्टी प्रत्याशियों की घोषणा न होने के चलते जहां एक ओर अध्यक्ष पद के प्रत्याशियों की तो नीद उड़ी है, वहीं वोटर भी कन्फ्यूज है।
निकाय चुनावों का नशा सभासद हो या अध्यक्ष पद के प्रत्याशी सभी के सिर चढ़कर बोल रहा है। अभी तक तो बिना ही पार्टी के प्रत्याशी की घोषणा किए अपने को पार्टी प्रत्याशी मान कर हर गली-कूचे बैनर-पोस्टर लगाकर अपना चुनाव प्रचार कर रहे थे। लेकिन अभी भी अधिसूचना जारी होने के बाद पार्टियों द्वारा अपने किसी भी प्रत्याशी की घोषणा नहीं की गई है। इसके चलते लगभग सभी प्रत्याशी अपने चुनावी क्षेत्र को छोड़ कर पार्टी टिकट पाने के जुगाड़ में विधायक-मंत्री की चौखट पर डेरा डाले हैं। वहीं निर्दलीय प्रत्याशी अभी भी अपनी चुनावी पिच को और भी मजबूत कर रहे हैं।
चुनाव की अधिसूचना जारी
बता दें कि यूपी नगर निकाय चुनाव को लेकर अधिसूचना जारी कर दी गई है। तीन चरणों में मतदान होगा। पहले चरण का मतदान 22 नवम्बर को होगा। शुक्रवार को राज्य निर्वाचन आयोग ने अधिसूचना जारी करते हुए बताया कि 16 नगर निगम, 198 नगर पालिका और 438 नगर पंचायत में चुनाव होंगे।
4 नगर पालिका और 6 नगर पंचायत
जिले में चार नगर पालिका और छह नगर पंचायत है। कुल मिलाकर पार्टी द्वारा 10 प्रत्याशियों को ही अपना उमीदवार घोषित किया जाना है, जबकि पार्टी से टिकट मांगने वालों की संख्या तीन गुनी मानी जा रही है। ऐसे में पार्टी से टिकट न मिलने के कारण पार्टी को प्रत्याशियों के विरोध का सामना भी करना पड़ सकता है।
सभासद पद के लिए भाग-दौड़ तेज
अध्यक्ष पद के लिए ही नहीं, कमोबेश यही स्थिति सभासद पद के लिए भी है। यहां भी पार्टी से टिकट पाने वालों की लंबी लाइनें लगी हैं। सभासद पद के प्रत्याशी भी अपना जुगाड़ लगाने के साथ ही गुणा भाग की जुगत भि़ड़ाने में कोई कसर नही छोड़ रहे हैं।
पोस्टरों से पटीं दीवारें
इस बार का निकाय चुनाव बड़ा ही दिलचस्प होगा। अभी जब पार्टियों ने अपने प्रत्याशियों की घोषणा नहीं की, तब भी क्षेत्रों में ऐसी कोई कोई दीवार ऐसी नहीं है जहां दर्जनों पोस्टर न चिपकाए गए हों। चौराहों पर बड़ी-बड़ी होर्डिंग्स और खंभों पर फ्लेक्स लटके नजर आ रहे हैं।
पार्टी प्रत्याशियों पर टिकीं निगाहें
निकाय चुनाव की अधिसूचना जारी होने के बाद सभी की निगाहें पार्टी प्रत्याशियों पर टिकी हैं। अक्सर ऐसा होता है कि वोटर किसी एक पार्टी को ही वोट और सपोर्ट करता है, लेकिन अभी तक पार्टी प्रत्याशी की घोषणा न होने के चलते जहां एक ओर अध्यक्ष पद के प्रत्याशियों की तो नीद उड़ी है, वहीं वोटर भी कन्फ्यूज है।
क्या कहते हैं पार्टी पदाधिकारी
भाजपा जिलाध्यक्ष शरद बाजपेई का कहना है कि पार्टी के लिये यह निकाय चुनाव बड़ा ही महत्वपूर्ण चुनाव है। इसलिए शीर्ष नेतृत्व बड़े ही विचार के बाद प्रत्याशियों की घोषणा करेगा। सपा जिलाध्यक्ष अनुराग पटेल कहते हैं कि पिछले कई चुनावों में सपा का जलवा रहा है। उमीद है कि इस बार भी वह कायम रहेगा। उन्होंने कहा कि बहुत जल्द ही पार्टी द्वारा मजबूत प्रत्याशियों की घोषणा कर दी जायेगी।

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