अधिकारियों ने छेड़ा अभियान कुशीनगर हादसे में 13 स्कूली बच्चों की मौत की दर्दनाक घटना के बाद अब अधिकारियों ने अवैध रूप से संचालित स्कूलों के खिलाफ अभियान छेड़ दिया है। लेकिन अकेले खीरी जिले में अवैध तरीके से करीब 700 स्कूल बिना मान्यता प्राप्त चल रहे हैं। ऐसे स्कूलों में ताला लगाने को लेकर बेसिक शिक्षा विभाग ने बाकायदा तेज कर दी है। बीएसए बुद्घप्रिय सिंह ने बताया कि जिले भर उनके बिना मान्यता प्राप्त वाले स्कूलों को 15 दिन का अल्टीमेटम दिया गया है। इस अवधि में प्रबंधक द्वारा स्कूल बंद नहीं किया गया तो उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई जाएगी। साथ उन्होंने यह भी बताया कि बिना मान्यता प्राप्त स्कूलों को चिन्हित कर लिए लिया गया है। एक विशेष अभियान चलाने का निर्देश भी दिया गया है।
हर साल आते हैं इतने आवेदन कमीशन के खातिर स्कूलों पर मेहरबानी प्रतिवर्ष बेसिक शिक्षा विभाग में मान्यता के लिए करीब 200 आवेदन आते हैं। लेकिन बीएसए की अध्यक्षता वाली समिति इन आवेदनों की जांच पड़ताल के बाद 50 आवेदनों को ही स्वीकार करती है। ऐसे में जिन स्कूलों को मानता नहीं मिलती। वह विभागीय अधिकारियों या इलाकों बीईओ के संरक्षण में अपना स्कूल पहले ही की तरह ही संचालित रहते हैं। विभागीय सूत्रों के मुताबिक इलाकों बीईओ की सरपरस्ती में बेसिक शिक्षा विभाग के निर्देशों की धज्जियां उड़ाई जा रही हैं। गैर मान्यता प्राप्त स्कूलों का संचालन तो होता ही है। साथ ही कक्षा 5 तक मान्यता वाली स्कूलों में कक्षा 8 तक की कक्षाएं संचालित कराई जाती है। स्कूलों के अवैध संचालन की शिकायत शिक्षा विभाग के अधिकारी स्वीकार करते हैं। लेकिन कार्रवाई के नाम पर अक्सर बीईओ और बीएसए कन्नी काटते नजर आते हैं। दिन पर दिन योगी सरकार शिक्षा को लेकर गंभीर होती नजर आ रही है। अभी हाल ही में शिक्षकों के अटैचमेंट को लेकर कठोर कदम उठाया था और अब अवैध रूप से संचालित स्कूलो पर भी नकेल कसने की पूरी तैयारी कर ली है।