श्रद्धालुओं ने अपनी सुविधानुसार साधन जुटाकर भगवान गणेश की मूर्तियों को उस में रखकर पहले नगर परिक्रमा की जिसमें ढोल नगाड़े डीजे की धुनों पर श्रद्धालु नाचते गाते विसर्जन स्थल तक गये । वहां पर भगवान श्री गणेश की विधिवत तरीके से पूजा अर्चना आरती की गई और उसके बाद उन्हें कुंड में विसर्जित कर दिया गया । विसर्जन के समय लोगों की जुबान पर एक ही शब्द था कि हे भगवान गणेश अगले बरस तू जल्दी आ।
सुबह से ही श्रद्धालु गणेश पंडालों व घरों में हवन पूजन में लगे हुये थे। उसके बाद गणेश की मूर्ति को लेकर गोविंद सागर बांध की तलहटी में पहुंचे जहां पर जिला प्रशासन के निर्देश पर नगर पालिका द्वारा गणेश विसर्जन के लिए एक अलग कुंड बनाया गया था। जिसमें गणपति विसर्जन किया गया । गणपति विसर्जन के मौके पर जिला प्रशासन और पुलिस प्रशासन द्वारा व्यवस्था चाक-चौबंद बनाई गई हैं सुरक्षा की दृष्टि से शहर और बांध पर भारी सुरक्षा बल तैनात किया गया। जिससे कोई अप्रिय घटना न कर सके। पुलिस बल के साथ महिला पुलिस बल भी लगाया गया है ।
इनका कहना है अपर पुलिस अधीक्षक अवधेश कुमार विजेता का कहना है कि गोविंद सागर बांध पर गणेश मूर्तियों का विसर्जन किया जाना है । जिसके लिए प्रशासन द्वारा एक कुंड बनाया गया है जिसमें मूर्तियों का विसर्जन शाम 6:30 बजे तक किया जाएगा। बांध पर पुलिस फोर्स के साथ पीएसी की टुकड़ी भी तैनात की गई है तथा क्षेत्राधिकारी हिमांशु गौरव सदर एसडीएम घनश्याम वर्मा तथा नगर पालिका के अधिकारी भी मौजूद है । सुरक्षा के पूरे इंतजाम किए गए हैं ताकि किसी प्रकार की कोई अप्रिय घटना न घट सके।