डॉ. गुप्ता का कहना है कि सम्मेलन का मुख्य उद्देश्य समुदाय में आशा की भूमिका को सुदृढ़ करना, राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के अंतर्गत संचालित कार्यक्रमों और नवीन योजनाओं के बारे में पूरी-पूरी जानकारी देना है। इसके अलावा पिछले वित्तीय वर्ष में आशा कार्यकर्ताओं द्वारा किये गए कार्यों के आधार पर हर विकास खंड से चयनित सर्वश्रेष्ठ आशा कार्यकर्ताओं को सम्मानित भी किया जाना है। उनके कार्यों का मूल्यांकन उनके द्वारा क्षेत्र में कराये गए संस्थागत प्रसव, पूर्ण प्रतिरक्षित बच्चे, स्थायी गर्भ निरोधक साधनों के उपयोग हेतु प्रेरणा के अलावा एचबीएनसी के क्षेत्र में किये गए कार्यों के आधार पर होगा। हर ब्लॉक की सर्वश्रेष्ठ आशा को प्रमाणपत्र और 5000 रूपये पुरस्कार स्वरुप दिए जायेंगे। इसके अलावा प्रत्येक ब्लॉक की द्वितीय और तृतीय स्थान पर आने वाली आशा कार्यकर्ताओं को क्रमशः 2000 और 1000 रूपये पुरस्कार स्वरुप प्रदान किये जाएंगे। जनपद स्तर पर सर्वश्रेष्ठ तीन आशा संगिनियों को भी सम्मानित और पुरस्कृत किया जाएगा। उनका चयन उनके क्लस्टर में आशाओं द्वारा किये गए कार्यों के आधार पर होगा। इसमें जनपद की प्रथम, द्वितीय और तृतीय स्थान प्राप्त करने वाली आशा संगिनियों को क्रमशः 5000, 3000 और 2000 की राशि पुरस्कार स्वरुप प्रदान की जाएगी।
डॉ. गुप्ता का कहना है कि यह भी सुनिश्चित किया जाए की आशा सम्मेलन में 90 प्रतिशत ग्रामीण आशा कार्यकर्ताओं और समस्त शहरी आशा कार्यकर्ताओं और आशा संगिनियों को सम्मिलित किया जाए। यह प्रयास जरुर हो कि प्रत्येक उप केंद्र/ शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र से कम से कम एक आशा कार्यकर्ता अवश्य सम्मेलन में भाग लें। इसके साथ ही प्रत्येक सामुदायिक/प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र स्तर से दो-दो एएनएम और दो-दो ग्राम प्रधानों को भी सम्मेलन में अवश्य बुलाया जाए तथा इनमें महिला ग्राम प्रधानों को प्राथमिकता दी जाए।