9 सूत्रीय मांगों को लेकर धरने पर बैठे किसान भारतीय किसान यूनियन राजनीतिक के मंडल उपाध्यक्ष किरत बाबा अपने जिले के जिलाध्यक्ष राजपाल व पदाधिकारियों के साथ कलेक्ट्रेट परिसर में किसानों की 9 सूत्रीय मांगों को लेकर धरने पर बैठे रहे। जबकि प्रभारी मंत्री सूर्य प्रताप शाही सरकार की उपलब्धियां गिनाने में व्यस्त थे। भारतीय किसान यूनियन की मांगों में प्रमुख रूप से अतिवृष्टि से किसानों की खरीफ की फसल उर्द मूंग 80 प्रतिशत तक नष्ट हो गई। तीन माह बीत जाने के बाद भी जिले को अभी तक बीमा कंपनी द्वारा फसल बीमा नहीं दिया गया और न ही सरकार द्वारा कोई भी आर्थिक सहायता दी गई।
किसानों के साथ इस तरह हो रही धोखाधड़ी जिले में बुंदेलखंड पैकेज के तहत जो कुआं बनवाए जा रहे है, उनका व्यास कम से कम 30 फीट से कम नहीं होना चाहिए जिससे किसानों को पानी की पूर्ति अच्छी तरह हो सके। बजट में सरकार द्वारा किसानों को 6000 रुपये प्रति वर्ष दिए जा रहे हैं। जनपद के ब्लॉक बार में लेखपालों के द्वारा दो नक्शे रखकर किसानों के साथ धोखाधड़ी कर पैसा उगाही की जा रही है । दोनों नक्शों में काफी अंतर है एक नक्शा बंदोबस्ती का है और दूसरा नक्शा नहर विभाग का है । लेखपाल इन नक्शों के आधार पर किसानों को गुमराह कर रहे हैं। जिला प्रशासन ने घोषणा की है कि यह धरना प्रदर्शन अनिश्चितकालीन है। अगर किसानों की मांग एवं उनकी समस्याओं का निराकरण समय से नहीं किया जाएगा, तो यह आंदोलन जारी रहेगा।