script10 मतों से पास हुआ सपा समर्थित वर्तमान ब्लॉक प्रमुख के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव | Chandradeep Rawat will step down as the post of Madavra Block chief | Patrika News

10 मतों से पास हुआ सपा समर्थित वर्तमान ब्लॉक प्रमुख के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव

locationललितपुरPublished: Sep 27, 2017 10:32:57 pm

Submitted by:

shatrughan gupta

मतदान प्रारंभ होने से लेकर अंतिम घड़ी तक यह फैसला कर पाना मुश्किल था कि जीत किसकी होगी, क्योंकि मतदान धीमी गति से चल रहा था।

Block Madawara

Block Madawara

ललितपुर. जनपद के ब्लॉक मडावरा में ब्लॉक प्रमुख के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव को लेकर काफी दिनों से माहौल गर्म चल रहा है, जिसमें एक बार जिलाधिकारी के समक्ष अविश्वास प्रस्ताव पेश हो चुका था। पूर्व नियत कार्यक्रम अनुसार आज मडावरा ब्लॉक प्रमुख पर पद लटक रही अविश्वास रूपी तलवार का सेमी फाइनल मुकाबला 10 मतों से अविश्वास प्रस्ताव के रूप में फाइनल हो गया। इस दौरान जिसके लिए प्रशासन द्वारा ब्लाक मडावरा परिसर में चाक चौबंद इंतजाम किए गए थे। इस शक्ति परीक्षण में जनपद के 15 थानों की पुलिस फोर्स सुरक्षा व्यवस्था में लगी थी।
मुकाबला हुआ बेहद रोमांचक

ब्लॉक प्रमुख शक्ति परीक्षण का मुकाबला बहुत ही दिलचस्प रहा, क्योंकि वर्तमान ब्लॉक प्रमुख समाजवादी पार्टी से थे और सभी सदस्यों का समर्थन प्राप्त कर ब्लॉक प्रमुख पद पर आसीन हुए थे, मगर जैसे ही सत्ता बदली वैसे ही भारतीय जनता पार्टी के कद्दावर नेता विक्रम सिंह ने वर्तमान ब्लॉक प्रमुख का तख्ता पलटने की कोशिश की और इसमें सत्ता पक्ष के मंत्रियों ने उनका साथ दिया था। मुकाबला दोनों तरफ से बहुत ही रोचक था, क्योंकि दोनों ही पक्ष जनपद की राजनीति में अपना खास मुकाम रखते हैं। एक तरफ वर्तमान ब्लॉक प्रमुख चन्द्रदीप रावत थे, जिनके पिता पंडित अशोक रावत ब्राह्मण समाज व जिले की राजनीति के धुरंधर बुंदेला परिवार के खास लोगों में शुमार हैं तो दूसरी तरफ अविश्वास प्रस्ताव लाने वाले दिग्विजय सिंह उर्फ मोंटी जिनके पिता दीवान विक्रम सिंह मदनपुर जो कि लोधी समाज व सत्ताधारी भाजपा की कद्दावर नेता केंद्रीय मंत्री उमा भारती के खास माने जाते हैं। दोनों ही पक्ष इस समय अपनी-अपनी मजबूती दिखाने में कोई कोर कसर नहीं रखी। मतदान प्रारंभ होने से लेकर अंतिम घड़ी तक यह फैसला कर पाना मुश्किल था कि जीत किसकी होगी, क्योंकि मतदान धीमी गति से चल रहा था।
10 मतों से हार गए ब्लॉक प्रमुख चंद्रदीप रावत

ब्लॉक प्रमुख के शक्ति परीक्षण को लेकर कई दिनों से संशय की स्थिति चल रही थी। कोई भी यह तय नहीं कर पा रहा था कि गेंद किसके पाले में जाएगी, क्योंकि इस खेल में दोनों ही धुरंधर नेता शामिल थे। लेकिन मतदान के बाद वोटों की गिनती हुई तो स्थिति एकदम साफ हो गई। शक्ति परीक्षण में कुल 74 मत पड़े, जिसमें वर्तमान ब्लॉक प्रमुख चंद्र दीप रावत के खाते में कुल 31 मत पड़े तो वही विरोधी पार्टी दिग्विजय सिंह के खाते में 41 मत आए तथा दो मत अमान्य घोषित किए गए। इस प्रकार यह अविश्वास प्रस्ताव 10 मतों से पारित हो गया। अब देखने वाली बात यह होगी कि ब्लॉक प्रमुख का चुनाव कब होता है और इसमें किसकी विजय होगी।
आरोप प्रत्यारोप का दौर हुआ समाप्त

ब्लॉक प्रमुख के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव को लेकर दोनों ही पार्टियों के नेताओं में आरोप-प्रत्यारोप का दौर काफी दिनों से चल रहा था, जो अब माना जा रहा है कि थम जाएगा। भाजपा के कद्दावर नेता विक्रम सिंह के ऊपर क्षेत्र पंचायत सदस्यों के अपहरण के भी आरोप लगे और कभी यह आरोप सिरे से खारिज भी किए गए थे। इस मामले में जांच कर रहे चौकी इंचार्ज को भी लाइन हाजिर कर दिया गया था, क्योंकि उन्होंने भाजपा जिलाध्यक्ष से अभद्रता किया गया था। मगर इस शक्ति परीक्षण के बाद आरोप-प्रत्यारोपों का दौर भी समाप्त हो गया।
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