यह है पूरा मामला :- ग्राम सतरवास में उस समय हड़कंप मच गया था जब लगभग 30 से 40 युवक अपने हाथों में लाठी कुल्हाड़ी आदि लेकर हरिजन बस्ती में शोर मचाते हुए घुस गए थे और वहां पर उपस्थित हरिजन पुरुषों एवं महिलाओं के साथ अभद्रता कर मारपीट की एवं घरों के बाहर लिखे हुए जय भीम जय भवानी आदि नारों पर कालिख पोतना शुरू कर दी थी और वहां पर लगे अम्बेडकर के फोटो व पोस्टर बैनरों को फाड़ दिया था।
किसी की समझ में कुछ नहीं आया कि माजरा क्या है बस गांव में भगदड़ मच गई थी जैसे ही इस बात की सूचना सदर कोतवाली पुलिस को मिली वैसे ही क्षेत्राधिकारी हिमांशु गौरव सदर एसडीएम महेश चंद्र दीक्षित काफी पुलिस बल के साथ गांव में पहुंच गए थे पुलिस को देख कर गांव में बिगड़ा सांप्रदायिक माहौल थोड़ा बहुत शांत हुआ और पुलिस को देखकर हमलावारों सवार युवक भाग खड़े हुए ।
पूछताछ के दौरान पता चला कि गांव के एक हरिजन युवक बलवीर की आईडी से फेसबुक पर सवर्णों के खिलाफ एक पोस्ट डाली थी जिसमें लिखा था कि हरिजन और सवर्णों में समानता तब आएगी जब वह अपनी बेटियों की शादी हरिजन युवकों से करेंगे और हरिजन की बेटियों की शादी अपने लड़को से करेंगे और जब यह पोस्ट गांव के अन्य लोगों द्वारा पढ़ी गई तब यह बवाल हो गया था। बबाली युवकों ने हरिजन बस्ती में बने मकानों पर लिखा ‘जय भीम जय भवानी’ के नारों पर भी कालिख पोत कर उन्हें मिटाने का प्रयास किया जिससे गांव में साम्प्रदायिकता की स्थित उतपन्न हो गई । हालांकि गाँव में स्तिथि तनावपूर्ण है। हरिजन ग्रामीणों का आरोप है कि गांव के स्वर्ण ठाकुर ब्राह्मण आदि जाति के युवकों ने 24 घण्टे में गांव छोड़ने की धमकी भी दी है जिससे गांव वाले हरिजन परिवार डरे हुए हैं।