मुआवजे राशि की घोषणा नहीं तो वोट नहीं किसानों ने ट्रैक्टर ट्रॉली में ओले भर कर जिला मुख्यालय पर जिलाधिकारी आवास तक लाए और जिलाधिकारी से उचित मुआवजे की गुहार लगाई। बब्बू राजा सहित तमाम ग्रामीण किसानों ने यह भी आरोप लगाया कि जब ग्रामीण किसान जिला अधिकारी आवास पर मौजूद थे तब जिलाधिकारी मानवेंद्र सिंह उनसे मिलने बाहर तक नहीं आए। बल्कि गांव के 4-6 लोगों को अंदर बुला कर उन्होंने बात की। हालांकि, जिलाधिकारी ने ग्रामीण किसानों को सर्वे कराकर मुआवजा दिलाने का आश्वासन दिया। जब जिलाधिकारी मानवेंद्र सिंह ने ओला पीडित ग्रामीणों से मिलने की जहमत नहीं उठाई तो आक्रोशित ग्रामीणों ने घंटा घर पर जाम लगा दिया और शासन प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी करने लगे। ग्रामीणों ने कहा कि जब तक मुआवजा राशि की घोषणा नहीं हो जाती या कोई उच्च अधिकारी उनसे मिलने नहीं आता तब तक वे वहीं बैठे रहेंगे। अगर मुआवजे की घोषणा नहीं की जाती है, तब किसान चुनावों का पूर्ण रूप से बहिष्कार करेंगे।
घंटाघर पर लगभग 200 से अधिक ग्रामीण किसान जाम लगाए बैठे रहे। सूचना पाकर क्षेत्राधिकारी सदर राजा सिंह सदर कोतवाली प्रभारी पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे और ग्रामीणों को समझा-बुझाकर जाम खुलवाया। पुलिस की समझाने बुझाने पर ग्रामीणों ने जाम तो खोल दिया मगर चुनाव बहिष्कार की धमकी देकर अपने घर चले गए।