इस तरह हुई किसानों के साथ धोखाधड़ी इस मामले में नगर अध्यक्ष हरी बाबू शर्मा का कहना है कि जनपद में 12 मीट्रिक टन लगभग 23,500 बोरी सरकारी यूरिया किसानों को बांटने के लिए आया था। लेकिन वह किसानों तक पहुंचा ही नहीं। बल्कि पीसीएफ के अधिकारियों, व्यापारियों व उठान के ठेकेदार अनिल डोंगरा ने अपनी दुकान से पूरा खाद विक्रेताओं के माध्यम से समीपबर्ती मध्य पदेश उसे ब्लैक मार्केट में बेच दिया है। लाइसेंस अनिल डोंगरा की पत्नी के नाम से है, जो कि अवैधिनिक तरीके से बनाया गया है। प्रदर्शन करने वाले कांग्रेसियों का कहना है कि जनपद में बड़े पैमाने पर सरकार द्वारा उड़द खरीद की गई। मगर इस खरीद में भी बहुत बड़ा घोटाला हुआ है। जिसकी हम उच्चस्तरीय जांच की मांग करते हैं।
जांच की मांग कांग्रेस के जिला अध्यक्ष दुर्गा प्रसाद कुशवाहा ने कहा कि जहां एक ओर जनपद का किसान यूरिया के लिए दाने-दाने को मोहताज है, तो वहीं जनपद में आया हुआ सरकारी यूरिया अधिकारियों ठेकेदारों की मिलीभगत से ब्लैक मार्केट में बिकवा दिया गया है। हम इसकी उच्च स्तरीय जांच की मांग करती हैं।