कार्यक्रम में मुख्य अतिथि साहवेंद्र ने अपने विचार व्यक्त करते हुये कहा कि प्रशिक्षणार्थियों में इतना उत्साह और आत्मविश्वास देखकर लगता है कि आरसेटी द्वारा प्रशिक्षण की गुणवत्ता में कोई समझौता नहीं किया गया है। उन्होंने प्रशिक्षणार्थियों का उत्साहवर्धन करते हुये कहा कि प्रशिक्षण के दौरान जो आत्म विश्वास और उत्साह आपको मिला है, उसे व्यवसाय में परिवर्तित करने का तत्काल प्रयास करें। उत्साह को ठण्डा न होने दे, यही कामयाबी का सूत्र हैं। इसी क्रम में निदेशक आरसेटी राम बाबू ने अपने उद्बोधन में कहा कि आरसेटी प्रशिक्षण के उपरांत 2 वर्षों तक सभी प्रशिक्षणार्थियों का विभिन्न स्तरों पर सहयोग करेगी। यदि किसी भी प्रशिक्षार्थी को व्यवसाय शुरू करने हेतु ऋण आदि में कोई कठिनाई होती है तो उनका समाधान किया जायेगा।
उन्होंने कहा कि रोजगार स्थापना में बैंक सम्बन्धी किसी तरह की परेशानी नहीं होने दी जायेगी। इस अवसर पर आरसेटी के वरिष्ठ इन हाउस फैकल्टी विनोद शर्मा ने सभी का आभार व्यक्त किया व स्किल ट्रेनर उपस्थित रहे। हालांकि आर सिटी का यह प्रशिक्षण कार्यक्रम कुछ हद तक सफल माना जा रहा है। प्रशिक्षण ग्रहण कर रहे युवाओं ने बताया कि उन्होंने इस 13 दिन के प्रशिक्षण में बहुत कुछ सीखा है। प्रशिक्षण ग्रहण करने के बाद महिलायें पुरुष अपना रोजगार करेंगे जिसके लिए उन्हें कुछ संसाधन जुटाने होंगे हालांकि इससे व्यवसाय गति जरूर मिलेगी एवं बेरोजगारी की समस्या से निजात मिलने की संभावना है।