जिला अस्पताल पहुंचने से पहले हो गई मौत शाम के समय कैलाश अपने खेत पर फसल देखने गया था। मौसम की बेरुखी और पानी की कमी के कारण की फसलें सूख गई थी। कर्ज चुका पाने की चिंता उसे काफी समय से परेशान किये थी। अचानक वह खेत पर ही बेहोश होकर गिरा जिसके बाद उसे इलाज के लिए जिला अस्पताल लाया गया। जिला अस्पताल पहुंचने से पहले ही कैलाश की मौत हो चुकी थी।
परिवार के सामने था भरण-पोषण का संकट मृतक कैलाश के पिता हल्के ने बताया कि उनके परिवार की आर्थिक स्थिति बहुत खराब है। कैलाश के 2 लड़के और 2 लड़कियां हैं। कैलाश के नाम पर एक एकड़ जमीन है और लगभग दो लाख रुपए का कर्ज है। खेती के अलावा वह मेहनत मजदूरी कर अपने परिवार का भरण पोषण कर रहा था लेकिन अब फसल बर्बाद हो जाने के बाद उसके परिवार के सामने भरण-पोषण का संकट खड़ा हो गया था जिसका तनाव वह बर्दाश्त नहीं कर सका।
जिला प्रशासन ने दिया मदद का आश्वासन सूचना पर पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। किसान की मौत की खबर जिला प्रशासन को मिली तो अपर जिला अधिकारी योगेंद्र बहादुर जिला अस्पताल पहुंचे। मृतक किसान के परिजनों से मिलकर उन्हें मदद का आश्वासन दिया। एडीएम ने बताया कि किसान की मौत का कारण पोस्टमार्टम से ही स्पष्ट होगा। मृतक के परिजनों को जिला प्रशासन की ओर से हर संभव सहायता प्रदान की जाएगी ।