मामला दर्ज न होने पर सीएम से शिकायत करेगा पिता
पीड़िता के पिता ने थाना अध्यक्ष जखौरा को शिकायती पत्र देकर पूरे मामले से अवगत कराया। शिकायती पत्र देने के बाद थानाध्यक्ष जखौरा अपने ही सिपाही को बचाने में जुट गए और पीड़िता की आवाज उनके कानों तक नहीं पहुंची और ना ही लंबे अंतराल के बाद भी मामला दर्ज करने की जहमत उठाई जिससे थाना अध्यक्ष की भूमिका भी संदेह के घेरे में आ गई है। हालांकि इस मामले में पीड़िता के पिता का कहना है कि यदि स्थानीय स्तर पर उसकी सुनवाई नहीं होती है पर सिपाही को बचाते हुए मामला दर्ज नहीं किया जाता है। तो वह आगे जाकर उच्चाधिकारियों के संज्ञान में उक्त मामला डालेगा और हो सकता है कि वह सूबे के मुखिया मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के दरबार में भी उपस्थित होकर पुलिस वाले की करतूत उनको सुनाएगा।
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चाय की दुकान चलाकर करता है भरण-पोषण
इस मामले में अब देखने वाली बात यह होगी कि उक्त दबंग प्रवृत्ति के सफाई के खिलाफ मामला पंजीकृत होता है या नहीं या उसके खिलाफ कोई कार्रवाई होती है या नहीं या इस मामले को यूं ही ठंडे बस्ते में डालकर छोड़ दिया जाता है। बतातें चलें कि पीड़िता के पिता काफी गरीब किस्म का व्यक्ति है, जो चाय की छोटी सी दुकान चलाकर अपने परिवार का भरण पोषण करने में लगा रहता है।