scriptसंपत्ति के लालच में बेटों ने नहीं कराया पिता का अंतिम संस्कार | father's dead body kept in house son refused to perform funeral rites | Patrika News

संपत्ति के लालच में बेटों ने नहीं कराया पिता का अंतिम संस्कार

locationललितपुरPublished: Jun 19, 2019 02:52:30 pm

Submitted by:

Karishma Lalwani

– संपत्ति में हक न मिलने पर बेटों ने नहीं कराया पिता का अंतिम संस्कार
– दो दिन तक नहीं कराया दाह संस्कार

dead body

संपत्ति के लालच में बेटों ने नहीं कराया पिता का अंतिम संस्कार

ललितपुर. पिता की चल अचल सम्पति के लालच में अंधे हो चुके दो बेटों ने अपने ही पिता के शव का दो दिन तक दाह संस्कार नहीं होने दिया। जब तक उन्हें संपत्ति मिल जाने का भरोसा नहीं हो गया, तब तक उन्होंने किसी को यह भी पता नहीं लगने दिया कि उनके पिता की मृत्यु हो चुकी है। बाद में ग्रामीणों की सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची और ग्रामीणों के सहयोग से वृद्ध का अंतिम संस्कार कराया।
बड़े बेटे की पत्नी और नाती के नाम की संपत्ति

72 वर्षीय हजारी सेन के तीन पुत्र अशोक, सुरेश व प्रकाश थे। इनमें से बड़े पुत्र अशोक की लम्बी बीमारी के चलते पहले ही मौत हो गई। बड़े पुत्र की मौत के बाद उसके दोनों पुत्र सुरेश व प्रकाश अपने पिता और भाभी-भतीजे को बेसहारा छोड़ कर अलग रहने लगे। बड़े बेटे अशोक की वृद्ध पत्नी व नाती अनीस वृद्ध पिता हजारी की हर तरह से सेवा करते रहे। जबकि दोनों अन्य पुत्र पिता से अलग रहते हुए पिता की किसी तरह की सेवा नहीं करते थे। वृद्ध पिता ने कुछ वर्ष पूर्व अपनी समस्त चल अचल सम्पति अपने नाती अनीस और सेवा कर रही बेवा बहू के नाम कर दी थी।
पुलिस ने कराया अंतिम संस्कार

रविवार की शाम बीमारी के चलते वृद्ध की मौत हो गई। पिता की मौत की खबर सुनते ही दोनों बेटे घर आए और दोनों के बीच संपत्ति को लेकर विवाद शुरू हो गया। संपत्ति न मिल जाने ने तक उन्होंने अपने पिता का अंतिम दाह संस्कार तक नहीं कराया। जब दूसरे दिन भी अंतिम संस्कार को पुत्र राजी नहीं हुए, तो नाती अनीस ने दोनों ही चाचा को सम्पति का हिस्सेदार बनाने की हामी भर दी। लिखापढ़ी कराने जब तहसील आए, उसी दौरान किसी ने पूरे मामले की जानकारी कोतवाली पुलिस को दे दी। जिस पर पुलिस मौके पर पहुंची और गांव वालों की मदद से वृद्ध का अंतिम संस्कार कराया और मृतक के दोनों पुत्रों को सख्त हिदायत दी कि अगर विधवा भाभी और भतीजे को किसी भी तरह से परेशान किया, तो यह उनके लिए अच्छा नहीं होगा।
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