उसने आगे कहा कि केन्द्र प्रभारी ने उसके पिता पूरनसिंह से 500 रू0 रिश्वत ली थी। जो पैसा देता है, उसका गेंहू बिना नम्बर का क्रय करते हैं। साधन सहकारी समिति, सुनौरा के अध्यक्ष धर्मदास पुत्र पंचम, नि0 सुनौरी द्वारा शिकायत की गई थी कि केन्द्र प्रभारी काशीराम रजक बिना रिश्वत लिये किसी का भी गेंहू नहीं तौलते हैं, उन्होंने स्वयं देखा है कि यह गेंहू क्रय करने के एवज में लोगों से रिश्वत मांगते हैं। इसके अतिरिक्त खुशीलाल पुत्र जालम, नि0 सुनौरा, राजेन्द्र पुत्र फूलसिंह, नि0 उदगुवां, सुंदर सिंह पुत्र
उदयभान सिंह , नि0 सुनौरा, काशीराम पुत्र फेरनसिंह, नि0 कड़ेसराखुर्द, अशोक कुमार पुत्र धरमदास, नि0 सुनौरी द्वारा केन्द्र प्रभारी के विरूद्ध मनमाने तरीके से गेंहू क्रय करने तथा बिना पैसे के खरीद न करने आदि गंभीर आरोप लगाये गये।
केन्द्र प्रभारी से पूछने पर बताया गया कि पल्लेदार लोडिंग, अनलोडिंग आदि खर्चे के लिए जो दे देता है वह रख लेते हैं। यह भी कहा कि 1700 रू0 प्रत्येक गाड़ी के देना पड़ता है। इसी दौरान रजिस्टर में दर्ज मोबाइल नं0 पर हनुमत सिंह से बात की गई। उन्होंने बताया कि अभी तक उन्हें सूचना नहीं मिली, जबकि उन्होंने 2-3 बार फोन किया था। टोकन रजिस्टर में तारीख अंकित नहीं थी। ऐसा प्रतीत हो रहा था कि केन्द्र प्रभारी की जांच अभी तक किसी भी अधिकारी द्वारा नहीं की गई थी। फलस्वरूप उपरोक्त गंभीर शिकायते प्राप्त हुईं। उक्त से स्पष्ट है कि केन्द्र प्रभारी द्वारा गेंहू खरीद में कृषकों से पैसा लिया जाता है जैसा कि शिकायतकर्ताओं के कथनों एवं केन्द्र प्रभारी की स्वीकारोक्ति से स्वतः स्पष्ट है।
तदनुसार दिनांक 04 मई 2018 को शिकायतकर्ताओं के विस्तृत बयान दर्ज किये गये, साथ ही प्राप्त गंभीर शिकायतों एवं गेंहू खरीद की अनियमितताओं के सम्बंध में जिलाधिकारी द्वारा जिला खाद्य विपणन अधिकारी, को केन्द्र प्रभारी साधन सहकारी समिति लि0 सुनौरा, काशीराम रजक के विरूद्ध तत्काल प्राथमिकी दर्ज कराये जाने व आवश्यक कार्यवाही करने के निर्देश दिये गये।