अब एक बीजेपी के छुटपुट नेता किस्म के व्यक्ति पर भी फर्जी कागजात लगाकर पंजीयन एवं अवैध वसूली के मामले में मामला दर्ज कराने के निर्देश जिलाधिकारी द्वारा दिए गए हैं। जिसके सम्बन्ध में जिला श्रम प्रवर्तन अधिकारी ने शिकायत की थी कि रमनदीप उर्फ रमन सरदार पुत्र कक्कू सिंह निवासी लक्षमीपुरा द्वारा कार्यालय श्रम प्रवर्तन अधिकारी ललितपुर आकर अपना श्रमिक पंजीयन करवाने के लिए दबाव बना रहे हैं।
श्रम प्रवर्तन अधिकारी द्वारा जब जांच की गई तो पाया गया कि रमनदीप उर्फ रमन सरदार के द्वारा प्रस्तुत आवेदन के साथ संलग्न कार्य प्रमाण पत्र गलत है, साथ ही सेवायोजक वी. के. एसोसिएट्स द्वारा बताया गया कि प्रमाण पत्र पर उनके हस्ताक्षर फर्जी हैं, उनके द्वारा यह कार्य प्रमाण पत्र जारी नहीं किया गया है। अतः रमनदीप श्रमिक नहीं हैं, जो नियम विपरीत अपना पंजीयन करवाना चाहतें हैं, जिसके लिए वे अनावश्यक दबाव व कार्यालय आकर अमर्यादित भाषा का प्रयोग करते हैं, जिससे सम्पूर्ण कार्यालय का शासकीय कार्य प्रभावित होता है।
इसके साथ ही उन्होंने यह भी बताया कि पशुपतिनाथ नायक नि0 ग्राम व पोस्ट कल्यानपुरा जिला ललितपुर द्वारा कई श्रमिकों के आवेदन उनके कार्यालय में जमा करवाने का दबाव बनाया जा रहा है, जो नियम विपरीत है। पूर्व में श्रमिकों द्वारा लिखित रुप से शिकायतें की गईं हैं कि पशुपतिनाथ नायक द्वारा श्रमिकों के पंजीयन के नाम पर अवैध धन वसूली की जा रही है। साथ ही अनुचित दबाव बनाने हेतु उनके द्वारा लगातार जनसुनवाई के माध्यम से कार्यालय जिला श्रम प्रवर्तन अधिकारी, ललितपुर शिकायतें प्रेषित की जा रहीं हैं।
साक्ष्य न मिलने पर नहीं हो पाया मुकदमा दर्ज
उक्त शिकायतों का संज्ञान लेते हुए जिलाधिकारी मानवेन्द्र सिंह ने रमनदीप उर्फ रमन सरदार पुत्र कक्कू सिंह निवासी लक्षमीपुरा, ललितपुर एवं पशुपतिनाथ नायक नि. ग्राम व पोस्ट कल्यानपुरा जिला ललितपुर के विरुद्ध एफआईआर कराने के निर्देश दिए थे। जिसके क्रम में श्रम परिवर्तन अधिकारी पीसी अग्रसी ने दौनों ही आरोपियों के खिलाफ 353, 504, 420 धाराओं में मामला पंजीकृत कराया गया है। गौरतलब है कि रमनदीप सरदार का नाम इसके पहले प्रधान भी कई बार दलाली के लिए लिया जाता रहा है मगर साक्ष्य न मिलने की दशा में उस पर मामला दर्ज नहीं हो पाया था।