स्वच्छ भारत मिशन के अंतर्गत 124 शौचालय बनाए जाने की राशि खाते में जमा हुई लेकिन नहीं बने एक भी शौचालय
सरकारी योजनाओं में गोलमाल उजागर, धोखाधड़ी का मामला दर्ज कराने का निर्देश
ललितपुर. जहां एक ओर केंद्र और राज्य सरकारें पात्र लाभार्थियों को जनहितैषी योजनाओं का लाभ देकर उन्हें सुखी जीवन व्यतीत करने में संबल प्रदान कर रही हैं। वहीं दूसरी ओर कुछ ग्राम प्रधान उन्हीं योजनाओं को भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ा कर सरकार की मंशा पर पानी फेरने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ रहे। जनपद के विकासखंड बार के ग्राम डुलावन का मामला कुछ ऐसा ही है।
124 शौचालय बनाए जाने थे स्वच्छ भारत मिशन के अंतर्गत 124 शौचालय बनाए जाने थे, जिन की धनराशि खाते में भेज दी गई थी। मगर गांव में किसी भी शौचालय का काम शुरू नहीं हुआ था। मामले की शिकायत प्रशासन से करने के बाद जिलाधिकारी मानवेंद्र सिंह ने गांव का निरीक्षण किया और मुख्य विकास अधिकारी को निर्देशित किया। जिलाधिकारी के निर्देश पर मुख्य विकास अधिकारी ने 28 फरवरी को गांव का दौरा किया और निरीक्षण में पाया कि गांव में जो 124 शौचालय बनाए जाने थे उनकी धनराशि भी आहरित कर ली गई थी। गांव में एक भी शौचालय का निर्माण नहीं हो सका।
सरकारी योजना में धोखाधड़ी का मामला दर्ज मुख्य विकास अधिकारी ने सहायक खंड विकास अधिकारी को निर्देशित किया कि वह ग्राम पंचायत अधिकारी और ग्राम प्रधान के खिलाफ सरकारी योजना में गोलमाल धोखाधड़ी करने का मामला दर्ज कराएं। मुख्य विकास अधिकारी के निर्देश पर विकासखंड बार के सहायक विकास अधिकारी गिरजा शंकर ने ग्राम पंचायत अधिकारी राघवेंद्र तथा ग्राम प्रधान चंदावली बाली के खिलाफ थाना बार पुलिस को तहरीर देकर धोखाधड़ी की धारा 420 में मामला दर्ज कराया गया है।