थाना पूरकला क्षेत्र के अंतर्गत एक गांव निवासी एक विधवा आदिवासी सहरिया महिला अपने परिवार और छोटे-छोटे बच्चों के साथ शहर के घंटाघर पर धरना प्रदर्शन अनशन पर जा बैठी। महिला का आरोप है कि गत 10 अगस्त 2021 को गांव में मौजूद सामंत शाही गुंडे रूपेंद्र पुत्र राजभान व देवी सिंह पुत्र मनोहर सिंह द्वारा उसकी नातिन को जबरन इज्जत लूटने के उद्देश्य घसीट कर ले जा रहे थे। जिसका उसने और उसके परिजनों ने जमकर विरोध किया था। जिस कारण गुंडे उसकी इज्जत लूटने में नाकाम रहे और देवी सिंह व रुपेंद्र सिंह उससे आपसी रंजिश रखने लगे। जिसके बाद उक्त तथाकथित लोग 16 सितंबर 2021 को अपने दबंग साथियों के साथ उसके मकान पर आ धमके और उसके लड़के राकेश तथा परिजनों को मारने के उद्देश्य लाठी डंडा कुल्हाड़ी लेकर आये थे। जिसके बाद वह उक्त गुंडों के डर से अपना गांव छोड़ने पर मजबूर हुई थी और अपने पिता के गांव चली गई थी। उसी समय उक्त सभी दबंग उसके मकान में रखा हुआ 5 कुंटल गेहूं 20,000 हजार नगदी एवं सोने सोने चांदी के जेवर उठा कर मौके से रफूचक्कर हो गए थे।
उसने 4 जनवरी, 24 जनवरी 2022 व 1 अप्रैल 2022 को प्रार्थना पत्र देकर संबंधित अधिकारियों से शिकायत की थी। लेकिन इस संबंध में जब उसकी कोई सुनवाई नहीं तो,उसने सीएम हेल्पलाइन पर भी फोन के माध्यम से अपनी बात दर्ज कराई थी। इस मामले में संबंधित थाने के पुलिसकर्मियों द्वारा गुमराह करते हुए गलत ढंग से रिपोर्ट भेज दी थी जिस कारण उक्त मामले में कोई कार्यवाही नहीं हुई। इसी कार्रवाई की मांग हेतु वह फिर से एक बार धरना प्रदर्शन अनशन पर जा बैठी। जिस के संबंध में उसने मुख्यमंत्री के नाम एक ज्ञापन भी भेजा है पर मामले में कार्रवाई की गुहार भी लगाई है।