मुख्यमंत्री हैल्पलाइन 1076 के सम्बंध में कार्यशाला कलैक्ट्रेट सभागार मेंं जिलाधिकारी मानवेन्द्र सिंह की अध्यक्षता में सम्पन्न हुई। इस कार्यशाला में मुख्य विकास अधिकारी प्रवीण कुमार लक्षकार, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ0 प्रताप सिंह, अपर जिलाधिकारी योगेन्द्र बहादुर सिंह, क्षेत्राधिकारी सदर हिमान्शु गौरव, समस्त उप जिलाधिकारी, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी अम्बरीश कुमार, डी0सी0 मनरेगा जयसिंह यादव, अतिरिक्त जिला सूचना अधिकारी के0बी0 मिश्र, ई-डिस्ट्रिक्ट मैनेजर अंशुल खरे, सहित अन्य जनपद स्तरीय अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित थे। इस बैठक में सभी ने अपने अपने विचार रखे एवं अवगत कराया गया कि मुख्यमंत्री हेल्पलाइन नंबर का लाभ किस प्रकार पीड़ित को मिलेगा। बैठक के दौरान जिलाधिकारी मानवेंद्र सिंह ने उपस्थित अधिकारी एवं कर्मचारियों को सभी आवश्यक निर्देश दिए।
जिलाधिकारी ने कहा
कार्यशाला में जिलाधिकारी ने कहा कि 1076 मुख्यमंत्री का हैल्पलाइन नम्बर है, जिसके माध्यम से शिकायतकर्ता अपनी शिकायत को टेलीफोन अथवा मोबाइल के माध्यम से कहीं से भी कर सकता है। यह टोल-फ्री नम्बर है तथा 24 घण्टे कार्यरत रहेगा। उन्हांने बताया कि शिकायत के निस्तारण के बाद शिकायतकर्ता से टेलीफोन के माध्यम से संतुष्टि होने की पुष्टि की जाएगी। अगर शिकायतकर्ता शिकायत से संतुष्ट नहीं है तो सम्बंधित अधिकारी के उच्चाधिकारी के पास पुनः निस्तारण हेतु भेजी जाएगी।
जिलाधिकारी ने बताया कि 1076 के माध्यम से शिकायतकर्ता शिकायत के साथ सूचना प्राप्त कर सकता है, साथ ही मांग और सुझाव भी दिए जा सकते हैं। उन्होंने बताया कि ब्लॉक में विकास खण्ड अधिकारी, तहसील में तहसीलदार, थाने में सी0ओ0 एवं जिला स्तर पर लेवल वन अधिकारी समय से शिकायत का निस्तारण नहीं करेंगे या शिकायतकर्ता संतुष्ट होगा तो शिकायत को लेवल टू अधिकारी के पास भेजा जाएगा। इसी प्रकार शिकायत आगे लेवल थ्री व लेवल फोर अधिकारी के पास जाएगी। शिकायत करते ही सम्बंधित अधिकारी के पास एस0एम0एस0 भेजा जाएगा। असंतुष्ट शिकायत की सूचना जब लेवल टू अधिकारी के पास जाएगी तो शिकायतकर्ता और कॉल सेन्टर के बीच होने वाली आवाज को भी साथ भेजा जाएगा ताकि जानकारी हो सके। उन्होंने यह भी कहा कि असंतुष्ट होने का कारण भी रजिस्टर में दर्ज किया जाएगा और उसका फीडबैक भी लिया जाएगा।