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विकास कार्यों में हुआ फर्जीवाड़ा तो जिलाधिकारी ने की बड़ी कार्रवाई, ग्राम विकास अधिकारी को दिए सख्त निर्देश

locationललितपुरPublished: Sep 04, 2019 06:49:15 pm

Submitted by:

Neeraj Patel

जिलाधिकारी मानवेन्द्र सिंह ने दोषी कर्मचारियों से इंगित वसूली की धनराशि की वसूली करते हुए उक्त कर्मचारियों के विरुद्ध विभागीय कार्रवाई करने के निर्देश मुख्य विकास अधिकारी को दिए हैं।

विकास कार्यों में हुआ फर्जीवाड़ा तो जिलाधिकारी ने की बड़ी कार्रवाई, ग्राम विकास अधिकारी को दिए सख्त निर्देश

विकास कार्यों में हुआ फर्जीवाड़ा तो जिलाधिकारी ने की बड़ी कार्रवाई, ग्राम विकास अधिकारी को दिए सख्त निर्देश

ललितपुर. ग्राम पंचायत कंधारीखुर्द के ग्रामीणों द्वारा शिकायत की गई थी कि ग्राम में विकास कार्य कराए जाने हेतु वित्तीय वर्ष 2016-17 में 14 वें एवं चतुर्थ वित्त आयोग द्वारा धनराशि अवमुक्त की गई थी। उक्त धनराशि के खर्च के सम्बंध में ग्राम प्रधान एवं तत्कालीन ग्राम पंचायत अधिकारी द्वारा ग्रामसभा की कोई भी खुली बैठक नहीं कराई गई थी। दोनों व्यक्तियों ने अधिकांश धनराशि फर्जी तरीके से बंदरबांट कर लिया था। उक्त प्रकरण में बार-बार शिकायतें प्राप्त हो रहीं थीं, जिनका संज्ञान लेने हुए जिलाधिकारी, ललितपुर में जांच समिति गठित करते हुए प्रकरण की जांच के निर्देश दिए थे।

शासकीय क्षति के पाए गए दोषी

जांच समिति द्वारा मुख्य रुप से ग्राम में वरयाना पर कूप मरम्मत, सलैया सम्पर्क मार्ग, इमली के पेड़ से बस्ती तक सी0सी0 रोड, गड़रयाना से सम्पर्क मार्ग व प्रतीक्षालय के निर्माण की जांच की गई। जांच के उपरान्त पाया गया कि उक्त कार्यों पर कुल 2,93,149 रु से अधिक व्यय कर शासकीय क्षति पहुंचाई गई है, जिसके लिए तत्कालीन ग्राम विकास अधिकारी पंकज सोनी, अवर अभियंता लघु सिंचाई धनराज, जिनके द्वारा गलत तरीके से एम0बी0 करके भुगतान की संस्तुति की गई है, शासकीय क्षति के दोषी पाए गए।

मुख्य विकास अधिकारी को दिए गए निर्देश

इसके अतिरिक्त ग्राम में सिंचाई कूप निर्माण (मनरेगा) अंतर्गत रोजगार सेवक बृजमोहन के विरुद्ध लाभार्थियों से धन वसूली की शिकायत भी की गई तथा मौके पर उपस्थित लाभार्थियों द्वारा लिखित रुप से बयान दिए गए थे कि उक्त रोजगार सेवक द्वारा अवैध रुप से उनसे 20 हजार, 12,000 एवं 12,500 रु0 की वसूली की गई थी तथा कूप निर्माण का कार्य भी पूर्ण नहीं कराया गया था। उक्त कर्मचारियों पर दोष सिद्ध होने पर जिलाधिकारी मानवेन्द्र सिंह ने दोषी कर्मचारियों से इंगित वसूली की धनराशि की वसूली करते हुए उक्त कर्मचारियों के विरुद्ध विभागीय कार्रवाई करने के निर्देश मुख्य विकास अधिकारी को दिए हैं।

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