मृतक रामू पिछले करीब दो महीने से लगातार शराब का सेवन कर रहा था। परिजनों ने पुलिस अधीक्षक को दीपावली के दो दिन पहले एक शिकायती पत्र देकर मामले में कार्रवाई की मांग उठाई थी। परिजनों ने पुलिस पर लापरवाही का आरोप लगाया और कहा कि अगर समय रहते उसके प्रार्थना पत्र पर कार्रवाई हो जाती तो शायद आज उनका भाई जिंदा होता। हालांकि पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मौत का कारण स्पष्ट न होने की वजह से उसका विसरा को सुरक्षित रखकर आगे प्रयोगशाला भेजा जाएगा। इधर जहरीली शराब से हुई मौत की सूचना पाकर आबकारी विभाग के आला अधिकारी पूरी टीम के साथ मृतक के घर जा पहुंचे और पूरे मामले की जानकारी जुटाने का प्रयास करने लगे। इस मामले में आबकारी विभाग के अधिकारी एवं पुलिस के आला अधिकारियों ने कुछ भी कहने से इंकार कर दिया और मृतक की मौत को संदिग्ध परिस्थितियों में हुई मौत बताया व पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही किसी नतीजे पर पहुंचने की बात कही। उक्त घटना के संबंध में उसके ही एक भाई ग्राम मनोरा निवासी उमाशंकर ने कोतवाली पुलिस को तहरीर देकर मामले में समुचित कार्रवाई की मांग उठाई है।