यह है पूरा मामला थाना पूराकला क्षेत्र अंतर्गत बुदावनी निवासी सुंदर अहिरवार ने पुलिस अधीक्षक को शिकायती पत्र देकर अवगत कराया कि वह अपनी बहन के गांव चौबारा में जवारे विसर्जन के लिए गया हुआ था। रात्रि विश्राम के बाद जब वह सुबह शौच के लिए गांव के बाहर एक खेत में गया, तो वहां पर खेत के मालिक परसू के साथ उसके पुत्र अशोक, दिनेश और फेरन आ गए और वहां पर जमकर गाली-गलौज करने लगे। जब उसने गाली गलौज का विरोध किया तो सभी ने एक राय होकर उसके साथ लाठी-डंडों से मारपीट शुरू कर दी। इस बीच परसू ने कुल्हाड़ी से हमला भी कर दिया। कुल्हाड़ी के हमले का बचाव करते हुए जब सुंदर पीछे हटा तो कुल्हाड़ी उसके कान में लगी और उसका कान कट गया। कनकटते ही खून की धार फूट पड़ी जिस पर सभी विपक्षी जमकर गाली-गलौज कर जान से मारने की धमकी देते हुए मौके से भाग खड़े हुए। उसी हालत में वह थाना पूराकला पहुंचा जहां पर थानेदार ने उसे समझा-बुझाकर इलाज कराने के बहाने भेज दिया और जब इलाज कराकर वह आरोपियों पर मामला दर्ज कराने पहुंचा तब वहां पर उसका मामला दर्ज नहीं किया गया और न ही उसकी कोई सुनवाई हुई। शिकायती पत्र के माध्यम से उसने पक्षियों के खिलाफ मामला दर्ज कर कार्रवाी करने की मांग उठाई है।