ग्रामीणों ने बताया कि उनके गांव तक जाने वाले रास्ते मे 620 मीटर रास्ता वनविभाग की जमीन पर पड़ता है जिसके चलते वहां पक्की सड़क नहीं बन पा रही है। इस वाबत ग्रामीणों ने जिलाधिकारी समेत विधायक-मंत्री से भी गुहार लगाई लेकीन समस्या का समाधान नहीं निकल सका। ऐसे में ग्रामीणों का आरोप है कि राजनेताओं समेत प्रशासनिक समर्थन नहीं मिलने से ग्रामीणों में काफी रोष व्याप्त है और दोनों गांव के मतदाताओं द्वारा मजबूरन आगामी लोकसभा चुनाव में मतदान का वहिष्कार किया जायेगा। इस दौरान रविंद्रप्रताप सिंह, चंद्रभान सिंह, गोविंद सिंह, जुगराजसिंह, देवीसिंह, राजू, तखत, संतोष, दीपक, उदम सिंह, कन्छेदी, भागीरथ राजेश कुमार, रामअवतार, गजेंद्र सिंह, ओमकार, धीरज, हाकिम, सूर्यप्रताप, सुखपाल, हेमलता, अनारबाई, ज्योति, अवधरानी, अनंदीपाल समेत सैंकड़ों ग्रामीणों मौजूद रहे।
बताते चलें कि इसके पहले थाना बानपुर के अंतर्गत ग्राम नैगुआं के ग्रामवासी काले झंडे दिखाकर जनप्रतिनिधियों को खदेड़ चुके है एवं मतदान बहिष्कार करने की घोषणा भी की है। तथा उसके बाद ललितपुर शहर से लगी हुई कांसीराम कॉलोनी के निवासियों ने भी मूलभूत सुविधाओं से वंचित होने पर मतदान बहिष्कार की घोषणा की थी