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ग्रामीणों ने मतदान बहिष्कार की घोषणा, रोड नहीं तो वोट नहीं के लगाए नारे

locationललितपुरPublished: Apr 23, 2019 09:42:14 am

– जहां एक ओर बीजेपी सरकार अच्छी सड़कें देने की बात कर रही है तो वहीं दूसरी ओर उन्हें अच्छी सड़कों के लिए ग्रामीणों को मतदान बहिष्कार करना पड़ रहा है।
– राजनेताओं के झूठे वादों और जुमलेबाजी तथा प्रशासनिक निष्क्रियता से आजिज आकर ग्रामीणों आगामी लोकसभा चुनाव में मतदान का वहिष्कार करने का मन बना लिया है।
– तहसील क्षेत्र के ग्राम गोराखुर्द और पहाड़ीखुर्द के ग्रामीणों ने अपने गांव तक पक्की सड़क समेत तमाम विकास कार्यों की कमी होने के चलते मतदान का वहिष्कार करने की घोषणा कर डाली।

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ग्रामीणों ने मतदान बहिष्कार की घोषणा, रोड नहीं तो वोट नहीं के लगाए नारे

ललितपुर. जहां एक ओर बीजेपी सरकार अच्छी सड़कें देने की बात कर रही है तो वहीं दूसरी ओर उन्हें अच्छी सड़कों के लिए ग्रामीणों को मतदान बहिष्कार करना पड़ रहा है। राजनेताओं के झूठे वादों और जुमलेबाजी तथा प्रशासनिक निष्क्रियता से आजिज आकर ग्रामीणों आगामी लोकसभा चुनाव में मतदान का वहिष्कार करने का मन बना लिया है। तहसील क्षेत्र के ग्राम गोराखुर्द और पहाड़ीखुर्द के ग्रामीणों ने अपने गांव तक पक्की सड़क समेत तमाम विकास कार्यों की कमी होने के चलते मतदान का वहिष्कार करने की घोषणा कर डाली। ग्रामीणों ने उपजिलाधिकारी मोहम्मद क़मर को एक ज्ञापन सौंपते हुये बताया कि आजादी के 71 वर्ष बीतने के बावजूद उनके गांव की सड़क मुख्य सड़क तक नहीं पहुंच सकी जिसके चलते उनके गांव के विकास की गति मंद हो गयी है। ग्रामीणों ने बताया कि मड़ावरा-मदनपुर सड़क पर स्थित ग्राम दिदोनियां से होकर उनके गांव के लिये कच्चा रास्ता जाता है जो काफी खराब है। बारिश के मौसम में गांव से पक्की सड़क तक आने में काफी मुश्किल होती है ऐसे में मरीजों समेत स्कूल आने वाले बच्चों को भी दिक्कत होती है। ग्रामीणों ने बताया कि अभी फिलहाल में सड़क बनाने का कार्य प्रारंभ हुआ लेकिन वनविभाग द्वारा सड़क निर्माण कार्य पर रोक लगा दी गयी है।

ग्रामीणों ने बताया कि उनके गांव तक जाने वाले रास्ते मे 620 मीटर रास्ता वनविभाग की जमीन पर पड़ता है जिसके चलते वहां पक्की सड़क नहीं बन पा रही है। इस वाबत ग्रामीणों ने जिलाधिकारी समेत विधायक-मंत्री से भी गुहार लगाई लेकीन समस्या का समाधान नहीं निकल सका। ऐसे में ग्रामीणों का आरोप है कि राजनेताओं समेत प्रशासनिक समर्थन नहीं मिलने से ग्रामीणों में काफी रोष व्याप्त है और दोनों गांव के मतदाताओं द्वारा मजबूरन आगामी लोकसभा चुनाव में मतदान का वहिष्कार किया जायेगा। इस दौरान रविंद्रप्रताप सिंह, चंद्रभान सिंह, गोविंद सिंह, जुगराजसिंह, देवीसिंह, राजू, तखत, संतोष, दीपक, उदम सिंह, कन्छेदी, भागीरथ राजेश कुमार, रामअवतार, गजेंद्र सिंह, ओमकार, धीरज, हाकिम, सूर्यप्रताप, सुखपाल, हेमलता, अनारबाई, ज्योति, अवधरानी, अनंदीपाल समेत सैंकड़ों ग्रामीणों मौजूद रहे।


बताते चलें कि इसके पहले थाना बानपुर के अंतर्गत ग्राम नैगुआं के ग्रामवासी काले झंडे दिखाकर जनप्रतिनिधियों को खदेड़ चुके है एवं मतदान बहिष्कार करने की घोषणा भी की है। तथा उसके बाद ललितपुर शहर से लगी हुई कांसीराम कॉलोनी के निवासियों ने भी मूलभूत सुविधाओं से वंचित होने पर मतदान बहिष्कार की घोषणा की थी

 

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