ललितपुर

मंत्री व दबंग भाजपा नेता ने कबूली क्षेत्र पंचायत सदस्य को बंधक बनाने की बात!

दरोगा जी ने जिले के सत्तारूढ़ दल के जिलाध्यक्ष के साथ अभद्रता करते हुए उन्हें अनुशासन का पाठ भी पढ़ा दिया।

ललितपुरSep 22, 2017 / 08:04 pm

shatrughan gupta

Minister Manohar Lal Panth

ललितपुर. दरोगा जी ने जिले के सत्तारूढ़ दल के जिलाध्यक्ष के साथ अभद्रता करते हुए उन्हें अनुशासन का पाठ भी पढ़ा दिया। दरअसल, मडावरा ब्लॅाक के गांव टोरी क्षेत्र पंचायत सदस्य भगुनते अहिरवार के पुत्र ने एक प्रार्थना पत्र देकर बीजेपी नेता दीवान विक्रम सिंह पर उनके पिता के अपहरण का आरोप लगाया था। इस मामले की जांच धोरी सागर चौकी इंचार्ज संजय कुमार को मिली थी, उसी सिलसिले में उन्होंने विक्रम सिंह से फोन पर बात की तो दबंग बीजेपी नेता विक्रम सिंह ने चौकी इंचार्ज संजय को बताया कि जिसका अपहरण हुआ है, वह भगुनते का वीडियो आपके पुलिस अधिकारियों को भेज दिया है। इसका साफ मतलब है कि क्षेत्र पंचायत सदस्य का अपहरण बीजेपी नेता ने करके उनको किसी अज्ञात स्थान पर रखा है और उसका वीडियो बनाकर पुलिस अधिकारियों को उपलब्ध कराया गया है।
इस मामले में जब भाजपा जिलाध्यक्ष रमेश सिंह लोधी ने चौकी इंचार्ज से बात करनी चाही तो चौकी इंचार्ज ने जिलाध्यक्ष को फोन रखने और तमीज से बात करने की हिदायत दी। साथ ही कहा कि पार्टी को बदनाम नहीं करने की भी नसीहत लोधी को दे डाली। इसके अलावा अपरहण कांड के सिलसिले में दरोगा जी से वार्तालाप का सूबे के श्रम रोजगार मंत्री मनोहर लाल पंथ मन्नू कोरी ने भी क्षेत्र पंचायत सदस्य को बंधक बनाने की बात को कबूल किया। उन्होंने आडियो में कहा है कि सभी सदस्य एक साथ रह रहे हैं। क्योंकि ब्लॉक प्रमुख चुनाव का मामला है, इसलिए अपने हिसाब से मामला देख लें। वहीं भाजपा नेता विक्रम सिंह ने भी कबूला कि क्षेत्र पंचायत सदस्य भगुनते का एक वीडियो बनाकर पुलिस अधिकारियों को भिजवा दिया है। इस पूरे मामले में फिलहाल दरोगा जी पर गाज गिरना तय माना जा रहा है।
इनको है क्षेत्र पंचायत सदस्य के अपहरण की जानकारी
क्षेत्र पंचायत सदस्य भगुनते अहिरवार के अपहरण की जानकारी आम जनता से लेकर जनपद के पुलिस अधिकारियों एवं मंत्रियों तक है, लेकिन अभी तक इस मामले में कोई कार्रवाई नहीं की गई है और मामला दर्ज करने में कोताही बरती जा रही है। नियमत: पहले फरियादी की लिखित तहरीर पर मामला पंजीकृत होना चाहिए, उसके बाद उस मामले की जांच होनी चाहिए, मगर यहां मामला उल्टा नजर आ रहा है। क्योंकि जब इसमें सत्तारूढ़ पार्टी के मंत्री एवं कद्दावर नेताओं के साथ-साथ कई पुलिस अधिकारियों के संलिप्त होने का संदेह जताया जा रहा है। जबकि एक चौकी इंचार्ज इस मामले की जांच कर रहा है तो उसे दबाया जा रहा है। वायरल ऑडियो में स्पष्ट रूप से कहा गया है कि बंधक क्षेत्र पंचायत सदस्य का वीडियो सीओ तथा थाना अध्यक्ष के पास भिजवा दिया गया है।
पति के वायरल वीडियो पर पत्नी ने उठाई आपत्ति
जब क्षेत्र पंचायत सदस्य भगुनते निवासी ग्राम टोरी के बयानों का वीडियो वायरल किया गया, तब उसकी पत्नी ने उस पर आपत्ति उठाई और उसने भी एक वीडियो वायरल कर कहा कि यह वीडियो झूठा है। अगर इसमें कुछ सच्चाई है तो हमारे पति को पुलिस के सामने, परिजनों के सामने या जनता के सामने पेश होकर यह बात बताना चाहिए। पत्नी ने अपने बंधक पति के साथ अनहोनी होने की आशंका भी जताई है।
 
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