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दर्घटना में मृतकों के आक्रोश के बीच कराया गया पोस्टमार्टम

locationललितपुरPublished: Oct 07, 2017 10:34:31 pm

Submitted by:

shatrughan gupta

गत रात्रि हाईवे पर हुई ह्रदय विदारक सड़क दुर्घटना में 5 किसानों की मौत हो गई थी। वहीं, 12 लोग घायल हो गए थे।

5 farmers died in road accidents

5 farmers died in road accidents

ललितपुर. गत रात्रि हाईवे पर हुई ह्रदय विदारक सड़क दुर्घटना में 5 किसानों की मौत हो गई थी। वहीं, 12 लोग घायल हो गए थे। सभी घायलों को इलाज के लिए जिला अस्पताल जिला अस्पताल प्राइवेट वाहनों से भेजा गया था। इस हृदयविदारक घटना का समाचार फैलते ही क्षेत्र में सनसनी फैल गई। मृतकों में एक ही परिवार के बाप-बेटे शामिल हैं। एक ही परिवार की बाप-बेटे की मौत पर उनका परिवार बिखर गया है। इस दुर्घटना में जहां डायल १०० पुलिस की भूमिका पर सवालिया निशान लगाए गए हैं, वही अस्पताल प्रशासन ने भी घायलों को परेशान करने में कोई कोर कसर बाकी नहीं छोड़ी। जानकारी के अनुसार दुर्घटना में मरने वाले व्यक्ति किसान थे, जिनमें भगत सिंह पुत्र जशरथ 25 वर्ष, मुलु पुत्र भगुन सिंह 45 वर्ष, खरगे 50 वर्ष, खनजु पुत्र खरगे 30 वर्ष की घटना स्थल पर ही मौत हो गई थी, जबकि तिलक पुत्र मर्दन 20 वर्षीय युबक की मौत अस्पताल में इलाज के दौरान हुई।
बाप और बेटे की अर्थी उठी एक साथ उठी
दुर्घटना में बाप-बेटे खरगे और खनजु दोनों की एक साथ मौत हो गई। दोनों बाप बेटे अपने घर से गल्ला मंडी में अनाज बेचने आये थे और खेती के लिए खाद ले जानी थी, मगर कुदरत को कुछ और ही मंजूर था। दोनों की मौत की खबर परिजनों को मिली तो परिवार में कोहराम मच गया। पोस्टमार्टम के बाद जब दोनों के शव गांव में पहुंचे तो हाहाकार मच गया और दोनों ही बाप बेटों की अर्थी एक साथ समसान के लिए रवाना हुई। वहां का मंजर किसी को भी विचलित कर सकता था। दुर्घटना देर रात 1 बजे घटित हुई, इसीलिए हाईवे पर ज्यादा आवागमन नहीं था, जिस कारण हाईवे पर बाहनों का आवागमन कम था। घटना की सूचना आते ही कोतवाली पुलिस घटना स्थल पर पहुची और घायलों को प्राइवेट बाहनों की व्यवस्था सदर कोतबाल महेश पांडे ने करवाकर सभी घायलों को जिला अस्पताल पहुचाया।
डायल 100 पुलिस पर पीडि़तों ने लगाए रुपए लूटने के आरोप

जिस स्थल पर यह दुर्घटना हुई वहीं पास में डायल 100 पुलिस गश्त पर मौजूद थी। दुर्घटना की खबर सुनकर डायल 100 पुलिस तत्काल मौके पर पहुंची, मगर यहां पर 100 नंबर पुलिस ने मौके पर पहुंचकर घायलों को जिला चिकित्सालय पहुंचाने का काम किया तो वहीं गल्ला मंडी से अपना अनाज बेच कर जा रहे किसानों की जेबों से रुपए भी साफ कर दिए। ऐसा आरोप दुर्घटना में घायल व्यक्तियों ने लगाया हैं।
जिला अस्पताल में नही मिले घायलों को पलंग

जिला असपताल की कार्यप्रणाली हमेशा सवालों के घेरे में रही है। लगभग एक दर्जन से अधिक घायल जब जला अस्पताल इलाज के लिए पहुंचे तो उन्हें भर्ती तो कर लिया गया, मगर उनके लेटने के लिए वार्ड में पलंग उपलब्ध नही थे। डायल 100 पुलिस और अस्पताल की कार्यप्रणाली पर ग्रामीणों ने रोष व्याप्त किया।
राज्य मंत्री पहुचे अस्पताल

दर्घटना की खबर मिलते ही राज्य मंत्री मन्नु कोरी घायलों का हाल जानने जिला अस्पताल पहुंचे। वहां उन्होंने मृतकों के परिजनों से मुलाकात कर उन्हें सांत्वना दी और घायलों का हालचाल जाना। उन्होंने सभी से धैर्य रखने की अपील की व उनकी हर सम्भव मदद करने का वादा भी किया।
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