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प्रधान पति ने ग्रामीण को जमकर पीटा

locationललितपुरPublished: Sep 18, 2017 10:48:08 pm

Submitted by:

Ashish Pandey

सरकारी आवास दिलाने के नाम पर धन मांगने का आरोप।
 

fight

fight with villagers

ललितपुर. योगी सरकार गरीब व्यक्तियों को राहत दिलाने के लिए जन हितेषी योजनाएं चला रही है। इन योजनाओं का मुख्य उद्देश्य है कि हर गरीब व्यक्ति तक जन हितेषी योजनाओं का लाभ पहुंचे और यह लाभ संबंधित अधिकारी एवं ग्राम प्रधानों द्वारा व्यक्तियों तक पहुंचाया जाता है। मगर ग्रामीण क्षेत्रों में कुछ प्रधानों द्वारा योजनाओं को दिलाने के नाम पर उन्हीं गरीब व्यक्तियों से अवैध रूप से धन की मांग की जाती है एवं धन वसूला भी जाता है, जिसकी शिकायतें लगातार जिला प्रशासन से होती रही हैं।
मगर जिला प्रशासन ने आज तक किसी के भी खिलाफ ना तो कोई जांच करवाई और ना ही किसी के खिलाफ कोई उचित कार्यवाही की। ऐसा ही एक मामला सदर कोतवाली क्षेत्र के अंतर्गत पुलिस चौकी राजघाट के ग्राम रानीपुरा में सामने आया है, जहां प्रेम नगर कांटा निवासी राजाराम पुत्र दिलीप सिंह का आरोप है कि वहां के दबंग ग्राम प्रधान पति बी पी यादव तथा उनके पिता परमल यादव मैं उससे प्रधानमंत्री आवास दिलाने के नाम पर अवैध रूप से 40 हजार की मांग की और जब उनकी इस बात का विरोध किया तो उन्होंने गाली गलौज कर मारपीट की।
इस घटना में वृद्ध राजाराम के सिर हाथ पाँव तथा पीठ में गम्भीर चोटें आईं। प्रधानपति बीपी यादव ने उसी लाठी-डंडों से इस कदर पीटा की वह गंभीर रुप से घायल होकर जमीन पर गिर पड़ा। राजाराम ने बताया कि वह गांव में अपनी पत्नी एवं अपने पूर्ण रूप से विकलांग लड़के तिलक के साथ रहता है, घर में कमाने वाला वह अकेला है जो मेहनत मजदूरी कर अपना और परिवार का भरण पोषण करता है क्योंकि वह बहुत ही गरीब है। प्रधानमंत्री आवास के लिए पात्र व्यक्ति है जिसके नाम का चयन आवास के लिए किया गया था। मंगर आवास बनवाने के लिए प्रधान द्वारा गांव में सभी व्यक्तियों से पैसे लिए जा रहे हैं। ग्राम प्रधान पति द्वारा अवैध रूप से पैसों की उगाही कर पात्र व्यक्तियों के लिए भी आवास बनाए जा रहे हैं। वह दबंग प्रवति के व्यक्ति हैं जिनका विरोध गांव में रहने वाले जो भी व्यक्ति करता है वह उसका भी कुछ ऐसा ही हाल करते हैं।
लड़का है विकलांग
वृद्ध राजाराम का एक ही पुत्र है जो दोनों पैरों से विकलांग है। वह कोई मेहनत मजदूरी का काम नहीं कर सकता। जिसका भरण-पोषण उसके वृद्ध पिता द्वारा मेहनत-मजदूरी कर किया जाता है, उसके परिवार में केवल तीन व्यक्ति हैं। इसीलिए उसके परिवार में 2 आवासों का चयन हुआ था। एक पिता के लिए और दूसरा विकलांग पुत्र के लिए मगर ग्राम प्रधान द्वारा दोनों आवासोंं के लिए 40 हजार अवैध रुप से मांगे गए।
गम्भीर चोटों के निशान
प्रधानपति एवं उसके पिता द्वारा उक्त वृद्ध को बड़े ही निर्ममता पूर्वक लाठी डंडों से पीटा गया। इस बीच बीच-बचाव में आए विकलांग बेटे को भी उन्होंने नहीं छोड़ा। वृद्ध के पूरे शरीर पर अगर देखा जाए तो चोट के कई निशान हैं जो इस बात की गवाही दे रहे हैं कि उसके साथ किस तरह मारपीट की गई होगी।
शिकायत के आधार पर पुलिस ने की खानापूर्ती
इस मामले में पुलिस का कहना है कि तहरीर के आधार पर एनसीआर दर्ज कर ली गई है। इस मामले में पुलिस की भूमिका संदिग्ध नजर आ रही है क्योंकि जिस गंभीर हालत में वृद्ध चौकी राजघाट पुलिस के सामने पहुंचा और पुलिस ने महज एनसीआर दर्ज की। हालांकि पुलिस ने कहा है कि वृद्ध की मेडिकल जांच कराई गई है मेडिकल जांच आने के बाद धाराओं में नियमानुसार वृद्धि की जाएगी।।

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