यह है मामला जिले के जाखलौन थाना क्षेत्र के नया गांव निवासी किसान भोगी पाल (55) खाद के लिए कई दिनों से इंतजार कर रहा था। वहीं जुगपुरा में स्थित एक फर्टिलाइजर स्टोर के बाहर दो दिन से लाइन लगाए हुए खड़े थे। किसान यहां गुरुवार को भी पहुंचे थे, लेकिन रात तक भी खाद नहीं मिली तो किसान दुकान के सामने टिनशेड के नीचे लेट गए ताकि अगले दिन दुकान खुलते ही उनका नबंर आ जाएगा। अगले दिन शुक्रवार सुबह जब खाद की दुकान खुली तो किसानों की लाइन फिर से लगनी शुरू हो गई और उसके पिता भी लाइन में लगे थे। लेकिन कुछ देर बाद किसान के सीने में तेज दर्द हुआ। किसानों की मदद से उन्हें अस्पताल ले जाया गया लेकिन वहां पर डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया।
मदद का आश्वासन किसान की मौत के बाद किसानों में गुस्सा फैल गया है। किसान नेताओं ने चेतावनी दी है कि अगर अफसर नहीं पहुंचे तो शव को घंटा घर तक ले जाएंगे। चेतावनी के बाद डीएम अन्नावि दिनेश कुमार अफसरों के साथ मौके पर पहुंचे और मृतक किसान के परिवार को आर्थिक मदद का आश्वासन दिया।
प्रियंका गांधी ने साधा निशाना लाइन में खड़े किसान की मौत पर प्रियंका गांधी ने यूपी की भाजपा सरकार पर हमला बोला है। प्रियंका गांधी ने ट्वीट कर लिखा कि धान खरीदारी में कुव्यवस्था के चलते लखीमपुर के एक किसान को मंडी में पड़े धान में आग लगानी पड़ी। ललितपुर के एक किसान की लाइन में खड़े-खड़े मृत्यु हो गई। उप्र की भाजपा सरकार किसानों को प्रताड़ित करने में कोई कसर नहीं छोड़ रही है।
अखिलेश यादव ने भी जताया दुख इससे पहले इस घटना पर पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने भी ट्वीट कर दुख जताया था। अखिलेश ने कहा कि भाजपा के राज में खाद की कमी ने बेहद दर्दनाक मोड़ ले लिया है। शुक्रवार को ललितपुर में 2 दिनों से खाद की लाइन में लगे एक किसान की मृत्यु का दुखद समाचार मिला है। सरकार तुरंत किसान के परिवार के लिए मुआवजे का ऐलान करे।