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कोरोना वायरस के संक्रमण से फैलने वाली महामारी को मात देने के लिए भारत सरकार द्वारा वैक्सीन ईजाद की गई और सभी लोगों को वैक्सीन लगवाने का आग्रह किया गया ताकि सभी लोगों को महामारी के प्रकोप से बचाया जा सके। टीकाकरण से जानलेवा संक्रामक बीमारी से जान जाने का खतरा काफी हद तक कम हो जाता है या फिर ना के बराबर रहता है।
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हालांकि वैक्सीनेशन को लेकर ज्यादातर पिछड़े और ग्रामीण क्षेत्रों के लोग जागरूकता के अभाव में वैक्सीन लगवाने से कतरा रहे हैं। ऐसे क्षेत्रों में लोगों को जागरूक करने के लिये प्रदेश सरकार के दिशा निर्देश में जिला प्रशासन द्वारा गांव के दो प्रभावी जनप्रतिनिधियों को इस काम की जिम्मेदारी सौंपी गई थी।
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जिला प्रशासन ने एक बैठक कर ग्राम प्रधानों और गांव में तैनात कोटेदारों को यह जिम्मेदारी सौंपी थी कि वह गांव में जागरूकता फैलाएं और ज्यादा से ज्यादा लोगों को वैक्सीन लगवाने के लिए प्रेरित करें। पर ललितपुर के बम्होरी गांव के कोटेदार पर आरोप है कि उसने गांव के लोगों को वैक्सीन लगवाने के लिए प्रेरित करने के बजाय वैक्सीनेशन को लेकर उल्टी-सीधी बातें बतायीं। उसका वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हुआ।
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जैसे ही गांव के कोटेदार द्वारा वैक्सीनेशन को लेकर अफवाह फैलाने का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ, आम लोगों के साथ-साथ अधिकारियों की भी कान खड़े हो गए। मामले को संज्ञान में लेते हुए पुलिस अधीक्षक प्रमोद कुमार के निर्देशन पर कोरोना बैक्सीन को लेकर गलत अफवाह फैलाने के आरोप में कोटेदार नाथूराम अहिरवार के साथ एक अज्ञात व्यक्ति पर जाखलौन थाना में मुकद्दमा दर्ज आईपीसी धारा 505 (2) के तहत मामला दर्ज किया गया है।
By Sunil Jain