वर्तमान में जनपद ललितपुर में गेहूं का रिकार्ड उत्पादन हुआ है, शासन द्वारा गेहूं का सरकारी रेट 19.25 पैसा प्रति किलो रखा गया है तथा शासन द्वारा आदेशित किया गया है कि क्रय केन्दों एवं मण्डी में व्यापारियों द्वारा शासन से निर्धारित दर पर गेहूं खरीदा जाय। जिससे उन्हें उनकी उपज का समर्थन मूल्य मिल सके। परन्तु जनपद में भृष्ट मण्डी अधिकारियों एवं माफियाओं द्वारा जिले के भोले भाले किसानों से लगभग 16.00 रुपया प्रति किलो गेहूं खरीद कर सरकारी केन्द्रों पर खुलेआम बेचा जा रहा है। जिसका नमूना हाल ही में जनपद की तहसील मडावरा में देखा गया है। जहां के एक स्थानीय व्यापारी द्वारा मण्डी अधिकारियों एवं स्थानीय कर्मचारियों की मिली भगत से लाखों कुन्तल गेहूँ दूसरे राज्य म0प्र0 के क्रय केन्द्रों पर खुलेआम बेचा गया है जिस पर जिलाधिकारी सागर ने मामला ही पंजीकृत कराया एवं ललितपुर जिला अधिकारी द्वारा जॉच करायी गयी। परन्तु अभी तक किसी भी व्यापारी या अधिकारी के खिलाफ कोई कार्यवाही अमल में नहीं लाई गई।
इससे यह प्रतीत होता है कि जिले के किसानों के हितों पर डाका डालने वाले गेहूँ माफियाओं एवं भृष्ट अधिकारियों के जॉचक बहाना बनाकर उनको बचाने का काम कर रहे है जो घोर निन्दनीय है। आम आदमी पार्टी जिले के किसानों के हितों पर जाला डालने वाले व्यापारियों एवं उनका इस कार्य में साथ देने वाले भृष्ट अधिकारियों, मण्डी कर्मचारियों के जो लोग गेहूं (म०प०) क्रय केन्द्रों पर बेचने वालों के खिलाफ रिपोट दर्ज कर उन्हें सलाखों के भीतर भेजा जाय। जिससे जिले के किसान लुटने से बच सके इसके साथ जिले की समस्त मण्डी की दुकानों के खोले जाने के तत्काल आदेश पारित किये जाय जिससे किसानों को उपज बेचने की सुविधा हो सकें।
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आम आदमी पार्टी ने जनपद के सभी जनप्रतिनिधियों पर आरोप लगाया है कि वह किसानों की समस्याओं को नहीं सुनते हैं यदि कोई किसान उनके दरवाजे तक जाता है तो वह खाली हाथ वापस लौटता है आखिरकार जब जनप्रतिनिधि ही किसानों की समस्या नहीं सुनेंगे तो फिर बड़ा सवाल कि आखिर….उनकी फरियाद सुनेगा कौन। उक्त मांग हेतु आम आदमी पार्टी शासन से माग करती है कि दोषी व्यक्तियों को उजागर कर उनके खिलाफ दण्डात्मक कार्यवाही की जाय अन्यथा की स्थिति में पार्टी किसानों के हितों की रक्षा हेतु आन्दोलात्मक कार्रवाई करने के लिए विवश होगी।